
किशनगढ़–जैन कनेक्ट संवाददाता | किशनगढ़ में सोमवार को इंदिरा नगर स्थित शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में भगवान शांतिनाथ के जन्म, तप और मोक्ष कल्याणक महोत्सव को भक्तिभाव, उल्लास और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ मनाया गया। मुनिसुव्रतनाथ दिगंबर जैन पंचायत के तत्वावधान में आयोजित इस महोत्सव में जैन समाज के श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया और भगवान शांतिनाथ के चरणों में श्रद्धा अर्पित की।
🔸 🚩 शोभायात्रा से हुआ शुभारंभ मूलनायक भगवान शांतिनाथ की भव्य शोभायात्रा मंदिर से आरंभ होकर इंदिरा नगर के प्रमुख मार्गों से निकली, जिससे सम्पूर्ण वातावरण भक्तिमय हो गया।
🔸 👑 पालकी में विराजे भगवान भगवान को पालकी में विराजमान करने का सौभाग्य भागचंद गंगवाल व अविनाश गंगवाल को प्राप्त हुआ, जिन्होंने पूरे भाव से सेवा दी।
🔸 🪭 चंवर ढुलाने का सौभाग्य अशोक कुमार, अनुराग और हर्ष पापल्या ने भगवान पर चंवर ढुलाकर अपनी श्रद्धा प्रकट की।
🔸 🎶 बैंड की मधुर स्वर लहरियाँ शोभायात्रा के दौरान बजते बैंड और भक्ति गीतों ने श्रद्धालुओं के उत्साह में चार चांद लगा दिए।
🔸 🌸 पुष्पवर्षा व आरती रास्तेभर श्रद्धालुओं ने आरती उतारकर व पुष्पवर्षा कर शोभायात्रा का अभिनंदन किया।
🔸 🛕 पंचामृत अभिषेक और शांतिधारा मंदिर परिसर में प्रभु का पंचामृत अभिषेक एवं शांतिधारा की गई, जिसमें प्रथम चरण का सौभाग्य पापल्या परिवार को प्राप्त हुआ।
🔸 💧 द्वितीय अभिषेक की पुण्यवेला घीसा लाल, अभिषेक, शैलेश और अमन अजमेरा ने दूसरे चरण की शांतिधारा की और पूजन संपन्न किया।
🔸 📜 निर्वाण कांड व मोदक अर्पण निर्वाण कांड के पाठ के बाद भगवान को निर्वाण मोदक अर्पित किया गया, जिसका सौभाग्य रमण कुमार व सुनील भानावत को मिला।
🔸 🪔 पालना झुलाने का सौभाग्य शांतिनाथ भगवान के पालने को झुलाने का शुभ अवसर राजकुमार, हिमांशु और खुश गोधा परिवार को प्राप्त हुआ।
🔸 🕉️ भक्तामर स्तोत्र और सामूहिक आरती कार्यक्रम का शुभारंभ भक्तामर स्तोत्र और सामूहिक आरती से हुआ, जिसमें श्रद्धालुओं ने एकाग्रचित होकर भाग लिया।
इस अवसर पर जैन समाज के अनेक गणमान्य सदस्य, पंचायत पदाधिकारी और श्रद्धालु बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। पूरे आयोजन ने श्रद्धा, सेवा और धार्मिक उत्साह का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया।
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