पुणे – जैन कनेक्ट संवाददाता | आध्यात्मिक आस्था और स्वास्थ्य सेवा के अद्वितीय समन्वय का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए, रुबी हॉल क्लिनिक वानवडी ने MediJain के सहयोग से पुणे की पहली समर्पित जैन रसोई का भव्य उद्घाटन किया। यह रसोई खासतौर पर सात्विक जीवनशैली का पालन करने वाले रोगियों, स्टाफ और आगंतुकों के लिए शुद्ध, सात्विक भोजन प्रदान करने हेतु शुरू की गई है।
🍛 विशेष रूप से प्रशिक्षित स्टाफ द्वारा तैयार भोजन इस रसोई में भोजन विशेष रूप से प्रशिक्षित कर्मचारियों द्वारा अलग बर्तनों में पकाया जाता है, जिससे शुद्धता और धार्मिक मान्यताओं की रक्षा होती है।
🥬 प्याज, लहसुन और कंद-मूल से पूर्णतः परहेज़ जैन आहार व्यवस्था का पालन करते हुए, रसोई में किसी भी प्रकार के कंद-मूल, प्याज और लहसुन का उपयोग नहीं किया जाता।
🛕 धार्मिक गरिमा और आत्मिक पवित्रता का विशेष ध्यान भोजन की संपूर्ण प्रक्रिया — सामग्री चयन से लेकर परोसने तक — आध्यात्मिक पवित्रता और उच्चतम स्वच्छता मानकों का पालन करती है।
🧘♀️ शारीरिक ही नहीं, मानसिक और आत्मिक आरोग्य का भी समर्थन सात्विक भोजन न केवल शारीरिक आरोग्य में सहायक होता है, बल्कि मानसिक संतुलन और आत्मिक शांति को भी प्रोत्साहित करता है।
🙏 मुनिराज जयप्रभा विजयजी महाराज का दिव्य सान्निध्य इस अवसर पर परम पूज्य क्रांतिकारी विचारक मुनिराज श्री जयप्रभा विजयजी महाराज साहेब (जेपी गुरुदेव) का आशीर्वाद आयोजन की शोभा बढ़ाने हेतु प्राप्त हुआ।
🩺 “भोजन भी आस्था की अभिव्यक्ति है” – डॉ. पुरवेज ग्रांट रुबी हॉल के अध्यक्ष और मुख्य हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. ग्रांट ने कहा, “स्वास्थ्य सेवा केवल औषधि नहीं, बल्कि विश्वास का भी उपचार है।”
🏥 “लंबे समय से प्रतीक्षित आवश्यकता की पूर्ति” – डॉ. संतोष शिंदे रुबी हॉल वानवडी के सीओओ डॉ. शिंदे ने बताया कि यह रसोई जैन मरीजों और कर्मचारियों के लिए एक अत्यंत आवश्यक सुविधा थी।
🌱 “जहाँ आहार, विश्वास से मिले” – डॉ. साइमन ग्रांट रुबी हॉल के ट्रस्टी डॉ. साइमन ग्रांट ने कहा, “भविष्य की स्वास्थ्य सेवा वह है, जो सहानुभूति और मान्यताओं का सम्मान करे।”
🎉 समुदाय और गणमान्य नागरिकों की गरिमामयी उपस्थिति इस समारोह में जैन समाज, अस्पताल स्टाफ और शहर के प्रतिष्ठित नागरिकों ने भाग लेकर इस पहल की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
🥗 शुद्ध जैन भोज से हुआ कार्यक्रम का समापन समापन पर उपस्थित सभी अतिथियों को सात्विक जैन भोजन परोसा गया, जिससे शरीर और आत्मा दोनों को संतुलन प्राप्त हुआ।
यह पहल सिर्फ एक रसोई नहीं, बल्कि आस्था को सम्मान, सेवा में संवेदना और चिकित्सा में अध्यात्म जोड़ने का प्रेरणादायक उदाहरण है। रुबी हॉल क्लिनिक ने यह सिद्ध किया है कि जब सेवा मन से की जाती है, तब वह समाज के हर वर्ग को सच्चे अर्थों में छूती है।
Source : Pune Pulse

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