देहरादून – जैन कनेक्ट | देश के शिक्षा क्षेत्र के लिए यह गर्व का क्षण है। तुला ग्रुप के उपाध्यक्ष रौनक जैन को आउटलुक बिज़नेस की जुलाई 2025 की सूची में ‘भारत के श्रेष्ठ CEO’ में शामिल किया गया है। यह उपलब्धि खास इसलिए है क्योंकि यह सूची अब तक कॉर्पोरेट, टेक्नोलॉजी, वित्त और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे क्षेत्रों के दिग्गजों से भरी रहती थी — लेकिन रौनक जैन की उपस्थिति से शिक्षा क्षेत्र को नई पहचान मिली है।
🌟 शिक्षा क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि रौनक जैन को भारत के श्रेष्ठ CEO की सूची में शामिल कर शिक्षा क्षेत्र को भी नेतृत्व क्षमता के रूप में सम्मानित किया गया है।
🏫 तुला इंटरनॅशनल स्कूल और संस्थान के नेतृत्वकर्ता रौनक तुला इंटरनॅशनल स्कूल और तुला इंस्टीट्यूट का नेतृत्व करते हुए पारंपरिक शिक्षा प्रणाली को एक नए रूप में ढाल चुके हैं।
🎓 विदेश से शिक्षा, भारत में क्रांति रॉयल हॉलोवे, यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन से इंटरनॅशनल मॅनेजमेंट में डिग्री लेने के बाद रौनक ने भारत लौटकर शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाने का संकल्प लिया।
💡 शिक्षा को बनाया नवाचार और उद्यमिता का मंच उनके नेतृत्व में तुला ग्रुप एक ऐसा इकोसिस्टम बना है जहाँ नवाचार, उद्यमिता और समग्र विकास की संस्कृति विकसित हुई है।
🤝 “विद्यार्थी तरक्की करे, राष्ट्र ऊँचा उठे” उनका मानना है कि जब विद्यार्थी आगे बढ़ता है, तब राष्ट्र भी ऊँचाइयों को छूता है — यही सोच उनकी हर पहल में झलकती है।
🏹 खेलों के माध्यम से नेतृत्व निर्माण वे उत्तराखंड क्रॉसबो शूटिंग असोसिएशन के अध्यक्ष होने के साथ ही क्रिकेट और ताइक्वांडो संगठनों से भी सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं।
📚 IQ और EQ का संतुलित समागम रौनक की सोच है कि शिक्षा केवल ज्ञान नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण, भावनात्मक बौद्धिकता और नेतृत्व गुणों का मेल होना चाहिए।
🏆 राष्ट्रीय स्तर पर अनेक पुरस्कारों से सम्मानित उनके नेतृत्व को India Today, Education Today, CEO Review, Higher Education Digest और Discover Uttarakhand जैसे मंचों से भी सराहा गया है।
🗣 सम्मान को साझा किया छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से रौनक ने कहा, “यह सम्मान मेरा नहीं, उन सभी का है जिन्होंने सपने देखे, प्रयास किए और मूल्यों को प्राथमिकता दी।”
🚀 AI और भविष्य की शिक्षा का नया मॉडल AI, वैश्विक परिवर्तन और मानवीय मूल्यों के बीच संतुलन बनाते हुए रौनक जैन भविष्य की संस्थाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनते जा रहे हैं।
रौनक जैन का यह सम्मान न केवल एक व्यक्ति की उपलब्धि है, बल्कि यह उस सोच और दृष्टिकोण की जीत है जो शिक्षा को केवल डिग्री नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण का माध्यम मानती है। यह शुरुआत है उस बदलाव की, जो भारतीय शिक्षा को वैश्विक ऊंचाइयों तक ले जाएगा।
Source : Garhwal Post

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