धौलपुर– जैन कनेक्ट संवाददाता | धौलपुर जिले के राजाखेड़ा स्थित श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में रविवार को चातुर्मास कलश स्थापना का भव्य आयोजन श्रद्धा और भक्ति के वातावरण में सम्पन्न हुआ। इस शुभ अवसर पर आयोजित धर्मसभा को आचार्य विनीत सागर जी महाराज के शिष्य वालाचार्य अभिनंदन सागर जी ने अपने प्रेरणादायी प्रवचनों से संबोधित किया। कार्यक्रम में दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं की उपस्थिति और समाज के गणमान्यजनों की सहभागिता ने आयोजन को दिव्यता से भर दिया।
🪔 मंगल कलश का महत्व वालाचार्य अभिनंदन सागर जी ने अपने प्रवचन में मंगल कलश को शुभता और समृद्धि का प्रतीक बताया।
🙏 श्रावकों का पुण्य प्रभाव उन्होंने कहा कि तीव्र पुण्य के उदय से ही समाज को साधु-संतों के चातुर्मास का लाभ प्राप्त होता है।
🦶 पाद प्रक्षालन का सौभाग्य श्रद्धालु मधु जैन एवं दिनेश जैन ने पूज्य मुनिराज का पाद प्रक्षालन कर पुण्य अर्जित किया।
📚 शास्त्र भेंट का पुण्य देवचंद पवन कुमार परिवार को पूज्य मुनिराज को शास्त्र भेंट करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
🥥 मुख्य कलश स्थापना मुख्य चातुर्मास कलश स्थापना का सौभाग्य सुरेशचंद, प्रवीण कुमार, रिशव जैन एवं अनंत जैन परिवार को प्राप्त हुआ।
🌍 देशभर से श्रद्धालुओं की उपस्थिति मेरठ, आगरा, सरधना, बगदा, शमसाबाद, मनियां व धौलपुर सहित कई स्थानों से श्रद्धालु शामिल हुए।
🎉 भावपूर्ण स्वागत सभी अतिथियों का मंदिर समिति द्वारा भक्ति भाव से स्वागत किया गया।
👥 गणमान्यजनों की गरिमामयी उपस्थिति कार्यक्रम में समाज के अनेक प्रमुख सदस्य उपस्थित रहे, जिनकी उपस्थिति ने आयोजन की शोभा बढ़ाई।
🧘 धर्मसभा का आयोजन जैन धर्मशाला में आयोजित धर्मसभा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित होकर लाभान्वित हुए।
🌸 समाज में उमंग और उत्साह पूरे आयोजन में श्रद्धा, आस्था और धार्मिक उत्साह का वातावरण बना रहा।
यह चातुर्मास कलश स्थापना न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र बनी, बल्कि समाज को एकजुटता, सेवा और धर्म के पथ पर अग्रसर होने की प्रेरणा भी प्रदान करती है। इस आयोजन के माध्यम से श्रद्धालुओं ने पुण्य अर्जन कर अपने जीवन को पवित्रता से आलोकित किया।

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