
रायपुर-जैन कनेक्ट संवाददाता | सातवें तीर्थंकर भगवान सुपार्श्वनाथ जी के जन्मकल्याणक दिवस के अवसर पर रायपुर के सकल जैन समाज द्वारा 7 जून को नवकार महामंत्र का सामूहिक जाप किया जाएगा। यह आयोजन अहिंसा, करुणा और जीवदया जैसे मूल जैन सिद्धांतों को समर्पित होगा, जिसका उद्देश्य विश्व शांति, पर्यावरण संतुलन और समस्त प्राणियों के प्रति दया भावना को प्रसारित करना है।
📿 नवकार महामंत्र का सामूहिक जाप 7 जून को जैन समाज सामूहिक रूप से सात बार नवकार महामंत्र का जाप करेगा, जिसमें सभी आयु वर्ग के श्रद्धालु भाग लेंगे।
🕊️ अहिंसा और करुणा को समर्पित आयोजन यह आध्यात्मिक अनुष्ठान अहिंसा, करुणा और जीवदया के जैन सिद्धांतों को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास है।
🌱 बढ़ती हिंसा और असंतुलन के बीच विशेष प्रासंगिकता पशु हिंसा और पर्यावरणीय असंतुलन के वर्तमान दौर में यह जाप अत्यधिक प्रासंगिक और प्रेरक बताया गया।
🧘 “जियो और जीने दो” का अमर संदेश भगवान महावीर स्वामी का यह मूल वाक्य आज के सामाजिक और वैश्विक परिप्रेक्ष्य में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।
🛕 सीमंधर स्वामी मंदिर व दादाबाड़ी ट्रस्ट की अगुवाई आयोजन का नेतृत्व मंदिर के अध्यक्ष संतोष बैद और महासचिव महेन्द्र कोचर कर रहे हैं।
🛡️ नवकार महामंत्र को बताया रक्षक मंत्र महेंद्र कोचर ने कहा कि यह मंत्र सभी प्रकार की विपत्तियों से रक्षा करने वाला आध्यात्मिक कवच है।
🙏 समस्त जीवों के प्रति अभयदान का आह्वान समाज से अपील की गई है कि वे अभयदान के भाव से जाप में भाग लें और संवेदना का प्रसार करें।
🌍 विश्व शांति और सह-अस्तित्व का उद्देश्य इस आयोजन से समाज में सहिष्णुता, संयम और वैश्विक सह-अस्तित्व की भावना को बल मिलेगा।
📣 समूचे समाज से भागीदारी की अपील सकल जैन समाज ने शहरभर के जैन समुदाय को इस जाप में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है।
🕯️ धार्मिक मूल्यों को जीवंत बनाए रखने का प्रयास इस आध्यात्मिक प्रयास के माध्यम से जैन समाज करुणा, संवेदना और आध्यात्मिकता के मूल्यों को जनमानस में जीवंत रखेगा।
भगवान सुपार्श्वनाथ जी की जयंती पर होने वाला यह आयोजन जैन धर्म के मूल विचारों का समर्पित उत्सव है, जो वर्तमान समय में शांति, संवेदना और पर्यावरण संरक्षण का संदेश लेकर आ रहा है। नवकार महामंत्र का यह सामूहिक जाप समाज को आध्यात्मिक रूप से मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बनकर उभरेगा।
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