वॉशिंगटन डी.सी. | जैन धर्म के विख्यात संत और अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक आचार्य लोकेश मुनि को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा प्रतिष्ठित “गोल्ड वालंटियर सर्विस अवॉर्ड 2024” से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान अमेरिका में सार्वजनिक सेवा के क्षेत्र में किए गए 500 से अधिक घंटों के समर्पण के लिए प्रदान किया गया। वे इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाले पहले भारतीय भिक्षु बन गए हैं, जिससे भारत की आध्यात्मिक विरासत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिली है।
🇮🇳 पहले भारतीय भिक्षु को सम्मान आचार्य लोकेश मुनि को यह पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले भारतीय भिक्षु बनने का गौरव प्राप्त हुआ।
⏱️ 500 घंटे की सेवा का मान यह सम्मान उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने अमेरिका में 500 घंटे या उससे अधिक समय की नि:स्वार्थ सेवा की हो।
🎉 राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दी बधाई अमेरिकी राष्ट्रपति ने उनके योगदान की सराहना करते हुए उन्हें बधाई और प्रशंसा पत्र भेजा।
🌍 भारतीय संस्कृति को मिला सम्मान आचार्य ने इसे भारतीय आध्यात्मिक मूल्यों और भगवान महावीर के सिद्धांतों का अंतरराष्ट्रीय सम्मान बताया।
🏛️ अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक गुरुग्राम स्थित यह संस्थान अहिंसा, शांति और भाईचारे को समर्पित है।
🧘♂️ भगवान महावीर के अनुयायी आचार्य लोकेश मुनि जैन धर्म के सिद्धांतों के प्रचार-प्रसार में जीवन समर्पित कर चुके हैं।
📖 विचारक, लेखक और समाज सुधारक वे न केवल संत हैं, बल्कि एक प्रखर विचारक, कवि और लेखक भी हैं, जो मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देते हैं।
🕊️ वैश्विक स्तर पर शांति का प्रसार विभिन्न देशों में जाकर उन्होंने अहिंसा और सहयोग का संदेश फैलाया है।
🏛️ कैपिटल हिल में आयोजित हुआ समारोह अमेरिका की विधायी शक्ति का केंद्र कैपिटल हिल इस पुरस्कार वितरण समारोह का साक्षी बना।
📚 अमेरिकी लोकतंत्र का प्रतीक स्थल कैपिटल हिल अमेरिकी कांग्रेस का मुख्यालय है, जहां विश्व की सबसे बड़ी लाइब्रेरी भी स्थित है।
आचार्य लोकेश मुनि को मिला यह सम्मान न केवल उनके सामाजिक कार्यों की सराहना है, बल्कि यह भारत की आध्यात्मिक परंपरा और वैश्विक शांति के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक भी है।

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