
मुंबई–जैन कनेक्ट संवाददाता | देश के प्रमुख रियल एस्टेट समूहों में शामिल लोढ़ा परिवार के बीच लंबे समय से चला आ रहा ट्रेडमार्क विवाद अब समाप्त हो गया है। अभिषेक लोढ़ा के नेतृत्व वाली मैक्रोटेक डेवलपर्स और अभिनंदन लोढ़ा की हाउस ऑफ अभिनंदन लोढ़ा (HOABL) के बीच सभी लंबित विवादों का समाधान मध्यस्थता के जरिये कर लिया गया है। यह समझौता उनके माता-पिता के मार्गदर्शन में हुआ और इसमें चार प्रमुख बिंदुओं पर सहमति बनी।
🤝 मध्यस्थता से समाधान दोनों पक्षों ने सेवानिवृत्त न्यायाधीश आरवी रवींद्रन की मध्यस्थता में आपसी सहमति से समझौता किया।
🏠 ब्रांड नाम का स्पष्ट बंटवारा ‘लोढ़ा’ और ‘लोढ़ा ग्रुप’ ब्रांड का उपयोग सिर्फ मैक्रोटेक के पास रहेगा, जबकि HOABL अपने नाम का स्वतंत्र रूप से उपयोग करेगा।
📢 स्पष्ट ब्रांड पहचान की घोषणा दोनों कंपनियां अपने-अपने ब्रांड को सार्वजनिक रूप से अलग-अलग पहचान देंगी, जिससे किसी भी भ्रम से बचा जा सके।
🔚 एक-दूसरे पर अब कोई दावा नहीं समझौते के अनुसार अब न तो अभिषेक अभिनंदन के कारोबार में हस्तक्षेप करेंगे और न ही अभिनंदन अभिषेक के।
📄 मुकदमों का अंत बंबई उच्च न्यायालय में चल रहे सभी मुकदमे और शिकायतें वापस ले ली गई हैं।
👨👩👦 परिवार का मार्गदर्शन निर्णायक इस समाधान प्रक्रिया में लोढ़ा परिवार के बुजुर्गों और परिजनों की सलाह और समर्थन की अहम भूमिका रही।
🧑⚖️ न्यायमूर्ति रवींद्रन की भूमिका सराहनीय दोनों पक्षों ने न्यायमूर्ति रवींद्रन के प्रति आभार व्यक्त किया, जिनके सहयोग से वार्ता सफल रही।
🚫 भविष्य में कोई सार्वजनिक बयान नहीं दोनों कंपनियों ने स्पष्ट किया है कि इस विषय पर आगे कोई भी सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की जाएगी।
💼 व्यवसाय में स्वतंत्रता अब दोनों समूह स्वतंत्र रूप से अपने-अपने व्यवसायों को संचालित करेंगे, बिना किसी वैधानिक रुकावट के।
📆 जनवरी 2025 से शुरू हुआ विवाद ट्रेडमार्क उपयोग को लेकर जनवरी में विवाद सार्वजनिक हुआ था, जिसे अब शांतिपूर्ण रूप से सुलझा लिया गया है।
इस समझौते के साथ ही भारतीय कॉर्पोरेट जगत के एक चर्चित विवाद का अंत हुआ है। इससे न केवल लोढ़ा परिवार में शांति और स्थिरता आई है, बल्कि उद्योग जगत को भी पारिवारिक मतभेदों को सुलझाने की एक सकारात्मक मिसाल मिली है।
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