
फालना–जैन कनेक्ट संवाददाता | जोगेश्वरी निवासी ललित मंडलेशा ने जैन धर्म के पवित्र पथ पर अग्रसर होते हुए 24 अप्रैल को भद्रकर नगर में आयोजित एक भव्य समारोह में जैन मुनि की दीक्षा ग्रहण की। यह दीक्षा विधि आचार्य श्रीमद् विजय रत्नसेन सुरिश्वर जी मारा साहिब के सान्निध्य में संपन्न हुई। गृह त्याग प्रातः 5:30 बजे हुआ और दीक्षा मंडप में प्रवेश सुबह 6 बजे किया गया।
🔔 दीक्षा का शुभारंभ प्रातः 5:30 बजे ललित मंडलेशा ने गृह त्याग कर लिया मुमुक्ष मार्ग।
🛕 वैदिक परंपराओं के साथ दीक्षा दीक्षा समारोह जैन धर्म के मंत्रोच्चार और वैदिक विधियों के अनुसार हुआ संपन्न।
👳 नया नाम – पुण्य बल विजय मारा साहिब दीक्षा के उपरांत नया नाम पुण्य बल विजय मारा साहिब प्रदान किया गया।
🙏 आचार्य श्री का सान्निध्य समारोह की दीक्षा विधि में आचार्य श्रीमद् विजय रत्नसेन सुरिश्वर जी का रहा विशेष मार्गदर्शन।
📿 पांच दिवसीय महोत्सव दीक्षा महोत्सव पांच दिनों तक भक्ति, साधना और अनुशासन के साथ मनाया गया।
🍽️ साधार्मिक भक्ति का आयोजन आमंत्रित मेहमानों के लिए तीनों समय साधार्मिक भक्ति का सुंदर आयोजन।
🤝 गोडवाड़ क्षेत्र की एकजुटता समारोह में गोडवाड़ क्षेत्र के सभी जैन धर्मावलंबियों ने की सक्रिय सहभागिता।
🌺 सतरभेदी पूजा का आयोजन अंतिम दिन महिला मंडल फालना द्वारा जिनालय में सतरभेदी पूजा का आयोजन किया जाएगा।
🧘 संयम और तप की ओर अग्रसर दीक्षा के साथ ललित मंडलेशा अब तप, साधना और संयम के पथ पर।
💐 परिवार की कृतज्ञता मंडलेशा परिवार ने सभी जैन बंधुओं का आभार प्रकट किया।
ललित मंडलेशा द्वारा जैन मुनि दीक्षा ग्रहण करना जैन समाज के लिए गर्व का क्षण है। यह न केवल संयम और तप का प्रतीक है, बल्कि आध्यात्मिक जीवन की ओर एक प्रेरणादायी पहल है।
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