पाकिस्तान में भी गूंजा जैन धर्म का स्वर: विश्वविद्यालयों में पढ़ाया जा रहा जैनिज्म

दिल्ली–जैन कनेक्ट संवाददाता | जहाँ सीमाएँ धर्मों को बाँटने का प्रयास करती हैं, वहीं जैन धर्म अपने अहिंसा और ज्ञान के संदेश के साथ पाकिस्तान तक भी गूंज रहा है। दिल्ली स्थित जैन हेरिटेज फाउंडेशन के प्रयासों से पाकिस्तान में स्थित जैन मंदिरों को पुनः सजीव किया जा रहा है। साथ ही, पड़ोसी देश में 10 विश्वविद्यालयों में जैनिज्म एक विषय के रूप में पढ़ाया जा रहा है। हाल ही में पाकिस्तान प्रवास पर गए जैनाचार्य कुशलसूरी दादाजी ने वहाँ के एक प्रोफेसर द्वारा लिखी गई जैन धर्म पर पुस्तक का लोकार्पण कर एक ऐतिहासिक क्षण को जन्म दिया।

📘 पाकिस्तानी प्रोफेसर द्वारा लिखित पुस्तक का विमोचन जैनाचार्य कुशलसूरी म.सा. ने पाकिस्तान में जैन धर्म पर आधारित पुस्तक का विमोचन कर बौद्धिक संवाद को बढ़ावा दिया।

🎓 10 पाकिस्तानी विश्वविद्यालयों में पढ़ाया जा रहा जैन धर्म जैनिज्म को पाकिस्तान के उच्च शिक्षण संस्थानों में अकादमिक विषय के रूप में अपनाया गया है, जो सराहनीय पहल है।

🏛️ 40 जैन मंदिरों की पुनः प्राप्ति की कोशिश दिल्ली की जैन हेरिटेज फाउंडेशन पाकिस्तान सरकार के साथ मिलकर वहाँ के 40 प्राचीन जैन मंदिरों को वापस पाने का प्रयास कर रही है।

🕍 पाकिस्तान में जैन मंदिरों का संरक्षण इन दैरासरों की देखरेख अब दिल्ली ट्रस्ट और स्थानीय लोग मिलकर कर रहे हैं, जो अंतरराष्ट्रीय सहयोग का सुंदर उदाहरण है।

🛐 500 पाकिस्तानी परिवारों ने छोड़ा मांसाहार जैन धर्म की प्रेरणा से पाकिस्तान के लगभग 500 परिवारों ने मांसाहार त्यागकर संयमित जीवन शैली अपनाई है।

🕯️ पाकिस्तान में भी मनाई गई गुरु पूर्णिमा सिंध, पंजाब और बलूचिस्तान के 6 जैन मंदिरों में दीप प्रज्वलन और नवकार मंत्र जाप के साथ श्रद्धा से गुरु पूर्णिमा मनाई गई।

⚖️ कानूनी प्रक्रिया से मिल रही मंदिरों की मिल्कियत पाकिस्तानी न्यायालयों और सरकार के सहयोग से कई मंदिर अब कानूनी रूप से भारतीय ट्रस्टों को लौटाए जा रहे हैं।

🌐 सीमाओं से परे फैल रहा है जैन दर्शन जैन धर्म की शिक्षाएं अब उन क्षेत्रों तक पहुँच रही हैं जहाँ पहले इसकी कल्पना भी नहीं की गई थी।

🤝 भारत-पाक के बीच धार्मिक समन्वय का अनोखा प्रयास यह पूरी पहल दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक पुल की तरह काम कर रही है, जिससे शांति और संवाद को बल मिल रहा है।

📖 भविष्य के लिए आशा की किरण धर्म, इतिहास और विरासत को संजोने के ये प्रयास आने वाले समय में नई पीढ़ी को जैन दर्शन से जोड़ने का माध्यम बनेंगे।

जहाँ एक ओर सीमाओं ने लोगों को बाँटा है, वहीं जैन धर्म की शिक्षाएं पाकिस्तान में भी लोगों को संयम, अहिंसा और शांति का मार्ग दिखा रही हैं। यह भारत और पाकिस्तान के बीच धार्मिक संवाद का एक सकारात्मक और ऐतिहासिक अध्याय है।

Source : Divya Bhaskar

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