श्री पार्श्वनाथ मंदिर में जैन संस्कार शिक्षण शिविर का समापन

जसवंतनगर – जैन कनेक्ट संवाददाता | जसवंतनगर स्थित श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में आयोजित आठ दिवसीय जैन संस्कार शिक्षण शिविर का समापन उत्साह और उमंग के साथ हुआ। इस शिविर ने न केवल धार्मिक शिक्षाओं को समर्पित रहा, बल्कि बच्चों की प्रतिभा, रचनात्मकता और अनुशासन का भी जीवंत प्रदर्शन किया। 200 से अधिक बच्चों ने इसमें भाग लेकर शिविर को स्मरणीय बना दिया।

शिविर में विविध गतिविधियाँ आयोजित की गईं—सांस्कृतिक कार्यक्रमों से लेकर शैक्षिक प्रतियोगिताओं तक—जिसने बच्चों को न केवल ज्ञानवर्धन का अवसर दिया, बल्कि जैन संस्कृति से गहराई से जोड़ने का माध्यम भी बना।

👇 यहां प्रस्तुत हैं शिविर की कुछ प्रमुख झलकियाँ:

🌟 उत्साहपूर्वक सहभागिता 200 से अधिक प्रतिभागियों ने शिविर में सक्रिय रूप से भाग लिया, जिनमें बच्चों से लेकर युवा स्वयंसेवक तक शामिल थे।

🎭 सांस्कृतिक गतिविधियों से रचा रंगमंच शिविर में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ, जिसमें बच्चों ने नाटक, भजन और नृत्य के माध्यम से संदेशात्मक प्रस्तुतियां दीं।

🎨 जैन क्राफ्ट वर्क में दिखी रचनात्मकता बच्चों ने धार्मिक प्रतीकों और जैन दर्शन से जुड़े शिल्प कार्य में भाग लेकर अपनी कलात्मक प्रतिभा का परिचय दिया।

📝 निबंध लेखन में उभरे विचारशील प्रतिभागी जैन दर्शन, अहिंसा और संस्कारों पर आधारित निबंध प्रतियोगिता में बच्चों ने बेहतरीन लेखनी का प्रदर्शन किया।

🗣️ कंठपाठ और प्रश्न मंच ने बढ़ाई ज्ञानवृद्धि कंठस्थ पाठ और जैन धर्म पर आधारित प्रश्न मंच ने शिविर में शैक्षणिक गहराई को जोड़ा।

🎤 अंताक्षरी से गूंजा शिविर परिसर धार्मिक भजनों और मंत्रों से सजी अंताक्षरी प्रतियोगिता ने बच्चों का उत्साह कई गुना बढ़ा दिया।

🏆 पुरस्कार वितरण का सुनहरा क्षण कुल 1310 से अधिक पुरस्कार वितरित किए गए। कुछ बच्चों ने 10 से भी अधिक पुरस्कार जीतकर सबको चौंका दिया।

🎓 विद्वान अतिथियों का मार्गदर्शन समृद्धि जैन शास्त्री, प्रज्ञा जैन शास्त्री और छवि जैन शास्त्री ने शिविर में आकर बच्चों को ज्ञानवर्धक प्रेरणा दी।

🌸 सेवा और सहयोग के लिए सम्मान कृति जैन, अनन्या जैन, टिया जैन, योग शिक्षिका रानी वर्मा, स्वाध्यायकर्ता निकेतन व लता जैन सहित कई कार्यकर्ताओं को योगदान हेतु सम्मानित किया गया।

🔍 विशेषज्ञों ने दी श्रेष्ठ श्रेणी की रेटिंग शिविर की गुणवत्ता और व्यवस्था की समीक्षा विशेषज्ञ टीम ने की, और इसे “टॉप श्रेणी” में रखा।

शिविर की सफलता में महिला मुमुक्षु मंडल की प्रमुख भूमिका रही। 19 वर्षों से निरंतर आयोजित हो रही इस परंपरा को समाज ने बड़े गौरव से आगे बढ़ाया है। समापन समारोह में जैन बाजार और लुधपुरा जैन समाज के कई गणमान्य अनुयायी उपस्थित रहे। समाजसेवी अंजलि जैन और नवीन जैन को विशेष सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया।

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