
जयपुर–जैन कनेक्ट संवाददाता | जयपुर के दुर्गापुरा स्थित श्री चन्द्र प्रभु दिगंबर जैन मंदिर में 18 मई से प्रारंभ हुई दस दिवसीय जैन रामायण कथा का मंगलमय समापन मंगलवार को हुआ। राजस्थान जैन युवा महासभा, जैन कनेक्ट, दुर्गापुरा जैन मंदिर ट्रस्ट और महिला मंडल दुर्गापुरा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस भव्य धार्मिक आयोजन में हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
🙏 राम के मोक्ष का प्रेरणादायक वर्णन कथा के अंतिम दिन मुनि जयकीर्ति महाराज ने प्रभु श्रीराम के मांगी तुंगी से मोक्ष प्राप्ति की विस्तृत व्याख्या प्रस्तुत की।
📚 प्राचीन ग्रंथ पद्मपुराण पर आधारित कथा का वाचन रविषेणाचार्य द्वारा रचित प्राचीन जैन ग्रंथ ‘पद्मपुराण’ के आधार पर किया गया।
👑 राजा श्रेणिक के रूप में मुख्य श्रोता राजा श्रेणिक के रूप में अशोक जैन नेता-अल्का गोधा परिवार ने भाग लिया और जिनवाणी भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
🖼️ भगवान चन्द्र प्रभु के चित्र का अनावरण समाजसेवी सुनील-माया संगही परिवार द्वारा भगवान चन्द्र प्रभु के चित्र का अनावरण किया गया।
🎤 भजनों ने बांधा समां प्रसिद्ध गायक नरेन्द्र जैन के भावपूर्ण भजनों ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
👩🦱 पल्लवी दीदी का मंगलाचरण ब्रह्मचारिणी पल्लवी दीदी ने सुमधुर स्वर में मंगलाचरण प्रस्तुत कर वातावरण को आध्यात्मिक बना दिया।
🧘 राम, सीता, हनुमान के मोक्ष प्रसंग कथा के अंतिम दिन राम के साथ सीता की सल्लेखना, हनुमान की दीक्षा और मोक्ष के प्रसंगों का मार्मिक वर्णन हुआ।
🌟 धर्म चक्रवर्ती की उपाधि प्रदान मुनि जयकीर्ति मुनिराज को राजस्थान जैन सभा की ओर से ‘धर्म चक्रवर्ती’ की उपाधि से सम्मानित किया गया।
🤝 गणमान्य अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति सहकारिता मंत्री गौतम दक, जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी, सांसद मंजू शर्मा सहित कई विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे।
🏛️ सामूहिक श्रद्धा और एकता का प्रतीक पूरे आयोजन ने जैन समाज की आस्था, एकता और धार्मिक चेतना का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया।
दस दिवसीय इस जैन रामायण कथा में श्रद्धालुओं ने धर्म, त्याग, संयम और मोक्ष मार्ग की गूढ़ शिक्षाओं को आत्मसात किया। मुनि श्री के ज्ञानवाणी और सामाजिक सहभागिता ने कार्यक्रम को ऐतिहासिक बना दिया।
Leave a Reply