सिरोंज–जैन कनेक्ट संवाददाता | जैन मुनि सुधासागर जी महाराज शनिवार की शाम 30 किलोमीटर की पदयात्रा कर मेलुहा चौराहे से सिरोंज पहुंचे। उनके आगमन की सूचना मिलते ही जैन समाज के श्रद्धालु बड़ी संख्या में कुरवाई रोड की ओर दौड़ पड़े और रंगोली, चौकी व कलश के साथ भव्य स्वागत किया। मूल कार्यक्रम के अनुसार मुनि श्री को बगरोदा गांव में रात्रि विश्राम करना था, लेकिन उन्होंने तय समय से पूर्व ही सिरोंज की सीमा में प्रवेश किया।
🔹पैदल यात्रा से पहुंचे सिरोंज मुनि सुधासागर जी ने मेलुहा से 30 किलोमीटर की कठिन पैदल यात्रा करते हुए सिरोंज की भूमि पर प्रवेश किया।
🌼कलश व रंगोली से स्वागत स्थानीय जैन समाज ने मार्ग में चौकी सजाकर, रंगोली बनाकर व कलश से स्वागत कर आध्यात्मिक माहौल बनाया।
🕔निर्धारित समय से पहले पहुंचे मुनिश्री शाम लगभग 5 बजे ही सिरोंज पहुंचे, जबकि उनका आगमन रविवार सुबह निर्धारित था।
🏛️निर्माणाधीन जैन मंदिर में पहुंचे वे करीब 5:50 बजे छत्री क्षेत्र स्थित निर्माणाधीन जैन मंदिर पहुंचे और वेदी स्थापना की।
🏡अनुराग अंकुर परिवार को दिया सुझाव जमीन दानदाता परिवार को मुनिश्री ने मंदिर के साथ धर्मशाला निर्माण करने की प्रेरणा दी।
🏫शिक्षा व सेवा कार्यों में योगदान उनकी प्रेरणा से नसिया तीर्थ परिसर में स्कूल और गोशाला संचालित हो रही है।
🛕तीर्थ क्षेत्र का विकास नसिया तीर्थ क्षेत्र और शहर के तीन जैन मंदिरों का निर्माण भी उनकी प्रेरणा से हो रहा है।
🤝संतों के ठहरने के लिए धर्मशाला का विचार उन्होंने समाज को बताया कि धर्मशाला से संतों को सुविधा मिलेगी और समाज भी लाभान्वित होगा।
🙏समाजजन हुए भावविभोर उनके स्वागत और दर्शन से समाजजनों में उत्साह और श्रद्धा की लहर दौड़ गई।
🚩एक दिन प्रवास के बाद करेंगे आगे की यात्रा मुनि श्री सिरोंज में एक दिन का प्रवास कर अपनी आगे की यात्रा पर रवाना होंगे।
मुनि सुधासागर जी का यह आगमन न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा का संचारक रहा, बल्कि सिरोंज के जैन समाज के लिए एक नया संकल्प भी लेकर आया। उनके मार्गदर्शन से तीर्थ निर्माण, शिक्षा व सेवा की दिशा में निरंतर प्रगति हो रही है, जो पूरे समाज के लिए प्रेरणास्पद है।

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