
कवर्धा–जैन कनेक्ट संवाददाता | रविवार को सूर्यदेव के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश के साथ कवर्धा शहर धर्ममय वातावरण में डूब गया, जब तीन जैन संत – विनम्र सागर म.सा., पुण्यवर्धन सागर म.सा. और गुणवर्धन सागर म.सा. – का शहर में मंगल प्रवेश हुआ। संतों ने 15 से 22 किलोमीटर प्रतिदिन की पदयात्रा पूरी कर यहां पदार्पण किया। इस पावन अवसर पर शहरवासियों ने भक्ति और श्रद्धा से परिपूर्ण शोभायात्रा, पूजन और अभिनंदन सभाओं में बढ़-चढ़कर भाग लिया।
🔸 🚶♂️ 15-22 किमी की पदयात्रा से आगमन तीनों जैन मुनियों ने कठोर तप और नियमों का पालन करते हुए प्रतिदिन लंबी पदयात्रा कर कवर्धा में प्रवेश किया।
🔸 🌞 रोहिणी नक्षत्र में शुभ प्रवेश संतों का आगमन रविवार को सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश के पावन योग में हुआ, जिसे शुभ संकेत माना गया।
🔸 🎉 शोभायात्रा का भव्य आयोजन पूनमचंद प्रिंस बोथरा निवास से प्रारंभ हुई शोभायात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से होकर गुज़री।
🔸 🎶 भक्ति संगीत से गुंजा वातावरण युवा भजन गायक पलाश टाटिया और उनके साथियों ने मधुर भजनों से शोभायात्रा को भक्तिमय बना दिया।
🔸 🌸 श्रावकों द्वारा आत्मीय स्वागत नगरवासी श्रद्धालु अपने घरों से अक्षत और श्रीफल लेकर संतों के स्वागत में जुटे रहे।
🔸 😊 संतों को पहली बार देखकर भावविभोर स्थानीय लोगों ने पहली बार जैन संतों को साक्षात देख भावविभोर होकर श्रद्धा प्रकट की।
🔸 🏛️ जैन मंदिर में पूजन विधान शोभायात्रा के समापन पर जैन मंदिर परिसर में विधिवत पूजन और विधान आयोजित किया गया।
🔸 🙏 अभिनंदन सभा का आयोजन पूजन उपरांत संतों के स्वागत हेतु एक अभिनंदन सभा का आयोजन किया गया जिसमें समाजजनों ने सहभागिता की।
🔸 🕊️ मंगलाचरण व स्वागत गीत शांति विजय मंडल ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया, जबकि महिला मंडलों ने स्वागत गीतों से समां बांध दिया।
🔸 🌺 श्रद्धालुओं की भावनात्मक सहभागिता सकल जैन संघ के पदाधिकारियों सहित अनेक श्रद्धालु – नेमीचंद श्रीश्रीमाल, सुरेशचंद बरडिया, डॉ. अमिता पारख आदि – ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
संतों के आगमन से कवर्धा में आध्यात्मिक जागृति का संचार हुआ। जनमानस में धर्म, संयम और गुरुभक्ति के प्रति आस्था और श्रद्धा का दृश्य स्पष्ट रूप से परिलक्षित हुआ। यह आयोजन जैन समाज के लिए गौरव का क्षण बन गया।
Leave a Reply