उदयपुर–जैन कनेक्ट संवाददाता | जैन समाज की साहित्यिक प्रतिभाओं को एक नई दिशा और मंच देने के उद्देश्य से अंतरराष्ट्रीय जैन साहित्य संगम (राजस्थान इकाई) की उदयपुर शाखा का भव्य शुभारंभ शनिवार को अशोक नगर स्थित सिरोया हाउस में किया गया। इस अवसर पर कवि गोष्ठी और बैठक का आयोजन हुआ, जिसमें साहित्यप्रेमियों और कवियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीप जैन “हर्षदर्शी” की उपस्थिति में कार्यक्रम गरिमामय बना रहा।
🔹 📚 संस्था के उद्देश्य और स्मरणिका भेंट
राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीप जैन “हर्षदर्शी” ने संस्था के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए राष्ट्रीय अधिवेशन की स्मरणिका भेंट की।
🔹 🤝 उदघाटन पर स्वागत वक्तव्य
डॉ. रेणू सिरोया ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की जानकारी साझा की।
🔹 🗓️ हर माह कवि गोष्ठी की घोषणा
रेणू सिरोया ने घोषणा की कि अब उदयपुर में प्रतिमाह नियमित रूप से कवि गोष्ठी आयोजित की जाएगी।
🔹 🎤 कवियों को मिलेगा मंच
प्रो. विमल शर्मा ने कहा कि यह मंच युवा कवि-साहित्यकारों को अपनी प्रतिभा निखारने और वरिष्ठों से सीखने का अवसर देगा।
🔹 📱 डिजिटल संवाद की पहल
प्रो. शर्मा ने व्हाट्सएप समूह बनाकर साहित्यिक परिचर्चाएं, प्रतियोगिताएं और आयोजन आरंभ करने की सलाह दी।
🔹 🪷 सरस्वती वंदना से हुआ शुभारंभ
कवि गोष्ठी की शुरुआत डॉ. रेणू सिरोया द्वारा भावपूर्ण सरस्वती वंदना से की गई।
🔹 📝 विविध विषयों पर काव्य पाठ
प्रकाश तांतेड़, हर्षदर्शी, निर्मल जैन “नीर”, अशोक जैन मंथन सहित कई कवियों ने धर्म, देश और अध्यात्म पर रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
🔹 👩🎨 महिला कवियों की भागीदारी
डाॅ. रेणू सिरोया “कुमुदिनी” और अमृता बोकडिया सहित महिला कवियों ने भी अपनी प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज कराई।
🔹 🙏 सादर आभार प्रदर्शन
कार्यक्रम के अंत में सागरमल सराफ ने सभी आमंत्रितों व प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।
🔹 🏡 सिरोया परिवार का आतिथ्य
कार्यक्रम स्थल सिरोया हाउस में आयोजित इस साहित्यिक संध्या में सिरोया परिवार ने आदरपूर्वक सत्कार किया।
इस गोष्ठी ने न केवल जैन साहित्य को स्थानीय स्तर पर नया आयाम देने की पहल की, बल्कि भावी रचनात्मक प्रयासों की नींव भी रखी। युवाओं और वरिष्ठ साहित्यकारों की एकजुटता ने कार्यक्रम को सार्थक और प्रेरणादायक बनाया।

Leave a Reply