जैन समूह ने आयोजित किया ‘संवर्धन 3.0’ सम्मेलन

बेंगलुरु – जैन कनेक्ट संवाददाता | भारत के प्रमुख शैक्षिक संस्थानों में से एक जैन समूह ने 28 से 30 अप्रैल 2025 तक जैन इंटरनेशनल रेजिडेंशियल स्कूल, कनकपुरा स्थित ग्लोबल कैंपस में ‘संवर्धन 3.0’ शैक्षिक सम्मेलन का भव्य आयोजन किया। यह तीन दिवसीय आयोजन पूरे JGI नेटवर्क के 400 शिक्षकों को एक मंच पर लेकर आया, जहाँ उन्होंने शिक्षण के नवाचार, सहयोग, और समग्र विकास की भावना का उत्सव मनाया।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों को नवीनतम शिक्षण विधियों, तकनीकी समावेशन, छात्र सहभागिता, सामाजिक-भावनात्मक सीख, मूल्यांकन तकनीक और नेतृत्व विकास के क्षेत्रों में सशक्त बनाना था। इस आयोजन ने एक जीवंत और प्रेरणादायक वातावरण में रचनात्मक विचारों और अनुभवों का आदान-प्रदान सुनिश्चित किया।

🔸 देशभर के 400 शिक्षक हुए एकत्र 👩‍🏫 पूरे JGI नेटवर्क से आए 400 शिक्षकों ने सहभागिता की, जिससे एक विशाल शैक्षिक संवाद मंच तैयार हुआ।

🔸 तीन दिन की शिक्षण यात्रा 📅 28 से 30 अप्रैल तक चला यह सम्मेलन शिक्षकों के लिए सीखने और संप्रेषण का केंद्र बना रहा।

🔸 30 घंटे की गहन प्रशिक्षण सत्र ⏱️ सम्मेलन में कुल 30 घंटे के सत्रों के माध्यम से विविध विषयों पर व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया।

🔸 डॉ. चेनराज रायचंद का प्रेरणादायक संदेश 🗣️ जैन समूह के संस्थापक डॉ. रायचंद ने शिक्षकों के विकास को छात्रों की सफलता की कुंजी बताया।

🔸 भावनात्मक बुद्धिमत्ता पर विशेष जोर 💖 ‘सामाजिक-भावनात्मक शिक्षा’ को समग्र विकास का अनिवार्य भाग मानते हुए इस पर कई सत्र हुए।

🔸 नवाचार से सजी शिक्षण कार्यशालाएँ 💡 “डिज़ाइन थिंकिंग”, “अहिंसक संवाद”, और “अदृश्य पाठ्यक्रम” जैसे विषयों पर सत्रों ने शिक्षकों को प्रेरित किया।

🔸 नेतृत्व विकास पर फोकस 🎯 स्कूल नेतृत्व और प्रबंधन को सशक्त बनाने के लिए अनेक चर्चाएँ और व्यावहारिक सत्र आयोजित किए गए।

🔸 कला और शिक्षा का मिलन 🎬 “फिल्मों का पाठ्यचर्या में उपयोग” जैसे विषयों ने शिक्षा में रचनात्मकता की नई परिभाषा दी।

🔸 समापन समारोह में संगीत की धुन 🎶 प्रसिद्ध संगीत बैंड ‘कचहरी’ की प्रस्तुति ने समापन सत्र को जोश और उत्साह से भर दिया।

🔸 भविष्य की शिक्षा की ओर सशक्त कदम 🚀 संवर्धन 3.0 ने यह दर्शाया कि शिक्षकों के सशक्तिकरण से ही भविष्य की शिक्षा व्यवस्था मजबूत होगी।

संवर्धन 3.0 केवल एक सम्मेलन नहीं, बल्कि शिक्षा की दुनिया में नवीन दृष्टिकोणों, सहयोग और समर्पण का जीवंत प्रतीक बन गया। जैन समूह द्वारा आयोजित यह आयोजन शिक्षकों को उनके शिक्षण और नेतृत्व के दृष्टिकोण में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने की दिशा में प्रेरित करता है।

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