बाल मुनि विजयचंद्र सागर का अद्भुत स्मरण कौशल गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज !

इंदौर–जैन कनेक्ट संवाददाता | रविवार को इंदौर के रेसकोर्स रोड स्थित अभय प्रशाल स्टेडियम में आयोजित विशेष कार्यक्रम में 13 वर्षीय मुनिराज विजयचंद्र सागर ने अपनी अद्भुत स्मरणशक्ति से सभी को चकित कर दिया। बाल मुनि ने श्रद्धालुओं द्वारा पूछे गए 100 सवालों को न केवल क्रमवार याद रखा, बल्कि उन्हें उल्टे क्रम और रैंडम क्रम में भी सटीकता से दोहराया। इस अद्वितीय प्रदर्शन को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया और उन्हें बाल शतावधानी की उपाधि से सम्मानित किया गया।

🏆 विश्व रिकॉर्ड की मान्यता — गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रतिनिधि कार्यक्रम में मौजूद रहे और बाल मुनि के अद्भुत प्रदर्शन को रिकॉर्ड में दर्ज किया।

🎓 बाल शतावधानी की उपाधि — 13 वर्षीय मुनिराज को ‘बाल शतावधानी’ की उपाधि से सम्मानित किया गया।

सवालों की विविधता — प्रश्नों में भगवान मल्लिनाथ का जन्मस्थान, शंखेश्वर तीर्थ की स्थिति, पंच परावर्तन, नदियों, पर्वतों, राज्यों, राजधानियों और गणित से जुड़े सवाल शामिल थे।

🕒 समय का अद्भुत प्रबंधन — 100 सवाल पूछने में 2 घंटे 7 मिनट लगे, जबकि दोहराने और जवाब देने में मात्र 12 मिनट 7 सेकेंड का समय लगा।

📖 सटीकता की जांच — आयोजन में आए लोगों को नोटबुक और पेन दिए गए ताकि वे सवाल और जवाब का मिलान कर सकें।

👏 दर्शकों की उत्साहपूर्ण प्रतिक्रिया — हर सही जवाब पर हॉल तालियों और जयकारों से गूंज उठा।

🩺 आयोजन के दौरान घटना — कार्यक्रम के बीच एक महिला की तबीयत बिगड़ी, जिन्हें तत्काल उपचार दिया गया।

🏠 बाल मुनि की पृष्ठभूमि — राजस्थान के कोटा में जन्मे बाल मुनि ने 8 वर्ष की आयु में अपने गुरु का हाथ थामा और 10 वर्ष की उम्र में दीक्षा ग्रहण की।

📚 शिक्षा और साधना — कर्नाटक के मैसूर में शिक्षा प्राप्त कर उन्होंने जिनशासन के प्रति अपनी रुचि को और गहरा किया।

🙏 चातुर्मास में विशेष साधना — वर्तमान में वे तिलक नगर उपाश्रय, इंदौर में चातुर्मास कर रहे 29 शिष्यों में से एक हैं, जिनमें कई शिष्य 100 से 1000 बातों को स्मरण रखने में सक्षम हैं।

यह आयोजन तिलकेश्वर पार्श्वनाथ तीर्थ धार्मिक पारमार्थिक सार्वजनिक न्यास एवं सरस्वती साधना रिसर्च फाउंडेशन अहमदाबाद के संयुक्त तत्वावधान में हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और बाल मुनि की अद्वितीय स्मरणशक्ति के साक्षी बने।

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