बाल संस्कार शिविर में बच्चों ने सीखे जैन धर्म के मूल मूल्य

गुरसराय–जैन कनेक्ट संवाददाता | गुरसराय के मेन बाजार स्थित नवनिर्मित पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में जिनदेशना सामूहिक बाल संस्कार शिक्षण शिविर का भव्य आयोजन संपन्न हुआ। इस सात दिवसीय शिविर में बच्चों को धार्मिक मूल्यों, जैन संस्कारों व अनुशासित जीवनशैली की शिक्षा दी गई। दमोह से आए अनेकांत शास्त्री और टीकमगढ़ से आए अक्षत शास्त्री ने बच्चों को सरल भाषा में धार्मिक ज्ञान प्रदान किया। शिविर में बच्चों की प्रतिभा को पहचानने के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं, जिनके विजेताओं को सम्मानित किया गया।

📖 धार्मिक ज्ञान से हुआ शिविर का शुभारंभ अनेकांत शास्त्री व अक्षत शास्त्री ने बच्चों को जैन धर्म की मूल अवधारणाओं से परिचित कराया।

🧘 प्रवचनकार पं. राजेंद्र जैन का सानिध्य विख्यात प्रवचनकार पं. राजेंद्र जैन के निर्देशन में शिविरार्थियों को स्वाध्याय व संयम का संदेश मिला।

👨‍🏫 बालकों को मिला आध्यात्मिक मार्गदर्शन बच्चों को धार्मिक अनुशासन, अहिंसा, सत्य व आत्मशुद्धि की शिक्षा दी गई।

🧠 आयोजित की गई ज्ञान परीक्षा शिविर के अंतिम दिन परीक्षा आयोजित की गई, जिसमें सभी बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

🏆 बाल वर्ग में तीन प्रतिभागी रहे अव्वल कु. हितांशी, कु. आरुनी और कु. अदिति ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया।

🎖️ शिशु वर्ग के विजेताओं को मिला सम्मान आदि, कु. पूर्वी और कु. कृतिका ने शिशु वर्ग में पहला, दूसरा और तीसरा स्थान प्राप्त किया।

🎁 पुरस्कार वितरण का आयोजन विजेताओं को उत्तमचंद जैन, विनोद जैन, अनिल जैन और प्रमोद जैन द्वारा पुरस्कार प्रदान किए गए।

👥 समारोह में समाज के गणमान्य उपस्थित समारोह में डॉ. सुम्मेर चंद जैन, राजकुमार जैन, नरेश जैन सहित अनेक गणमान्य लोग शामिल हुए।

🎙️ राजेंद्र जैन सुट्टा ने की अध्यक्षता समारोह की गरिमा को बढ़ाते हुए इसकी अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेवी राजेंद्र जैन सुट्टा ने की।

🙏 समापन पर हुआ सामूहिक आभार प्रदर्शन सभी प्रतिभागियों, आयोजकों व अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित कर शिविर का समापन किया गया।

यह बाल संस्कार शिविर बच्चों के मन, वचन और कर्म को संयमित करने की दिशा में एक प्रेरणास्रोत पहल साबित हुआ। जैन संस्कृति की नींव को मजबूत करने में इस शिविर की भूमिका सराहनीय रही।

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