छहवीं बार में सपनों को दी उड़ान: यूपीएससी में सफलता पाने वाली जैन मानसी बनी मिसाल

रायपुर-जैन कनेक्ट संवाददाता | बस्तर की बेटी मानसी जैन ने यह साबित कर दिया कि असफलता मंजिल की राह में सिर्फ एक पड़ाव होती है, अंत नहीं। यूपीएससी जैसी देश की सबसे कठिन मानी जाने वाली परीक्षा में पांच बार असफलता के बाद भी उसने हार नहीं मानी। छठे और अंतिम प्रयास में उसने न केवल परीक्षा पास की बल्कि 444वीं रैंक हासिल कर बस्तर सहित पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया। उसकी यह उपलब्धि आज उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो बार-बार की असफलताओं से जूझ रहे हैं।

पत्रिका की टीम से विशेष बातचीत में मानसी ने न सिर्फ अपनी सफलता की कहानी साझा की, बल्कि अनुशासन, आत्मविश्वास और सतत प्रयास की महत्ता भी रेखांकित की।

💪 लगातार असफलताओं के बावजूद बनीं मजबूत पांच बार यूपीएससी में नाकामी के बाद भी मानसी ने हार नहीं मानी और हर बार सीख लेकर अगला प्रयास किया।

🏆 444वीं रैंक के साथ पास की यूपीएससी परीक्षा छठे प्रयास में 444वीं रैंक लाकर मानसी ने भारतीय प्रशासनिक सेवा में प्रवेश पाया।

📚 बचपन से ही थी शिक्षा के प्रति रुचि मानसी की शिक्षा शहर के निर्मल स्कूल से शुरू हुई और उसने इंजीनियरिंग के बाद एमटेक तक का सफर तय किया।

🎓 शुरू में बनना चाहती थीं प्रोफेसर धनबाद में एमटेक की पढ़ाई के दौरान प्रोफेसरों से प्रभावित होकर उसने शिक्षा के क्षेत्र में जाने का सोचा था।

🌟 बस्तर की प्रतिभाओं पर गहरी आस्था मानसी मानती हैं कि बस्तर में प्रतिभा की कोई कमी नहीं, बस जरूरत है उचित मार्गदर्शन की।

📝 कोचिंग से मिली शुरुआती असफलताएं उसने दिल्ली जाकर कोचिंग ली, लेकिन शुरुआत में बार-बार असफल रही, जिससे आत्ममंथन का मौका मिला।

👨‍👩‍👧‍👦 परिवार रहा सबसे बड़ा सहारा मानसी के पिता शिक्षक, मां गृहिणी और भाई-भाभी ने हर असफलता में उसका मनोबल बढ़ाया।

अनुशासन को बताया सफलता की कुंजी उसने बताया कि एक अनुशासित दिनचर्या और समय का प्रबंधन ही उसकी सबसे बड़ी ताकत बना।

🔥 ‘उठो, जागो…’ से पाई प्रेरणा स्वामी विवेकानंद के प्रसिद्ध विचार – “उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए” – को उसने जीवन मंत्र बना लिया।

💡 अब बनेंगी प्रेरणा बस्तर के युवाओं के लिए मानसी की कहानी से बस्तर के ग्रामीण और शहरी युवाओं को प्रेरणा मिलेगी कि सपनों की राह कठिन जरूर है, लेकिन नामुमकिन नहीं।

संक्षेप में, मानसी जैन की यह यात्रा सिर्फ एक लड़की की सफलता की कहानी नहीं, बल्कि जिद, जुनून और अनुशासन से भरे एक संघर्षशील सफर का जीवंत उदाहरण है। उसकी कहानी उन तमाम युवाओं को रास्ता दिखाती है जो बार-बार की असफलताओं के बावजूद अपने सपनों को जिंदा रखना चाहते हैं।

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