श्रावस्ती-जैन कनेक्ट संवाददाता | श्रावस्ती में स्थित ऐतिहासिक दिगंबर जैन मंदिर में सोमवार को विशेष पूजा का आयोजन श्रद्धा और भक्ति के माहौल में सम्पन्न हुआ। बीकानेर और इंदौर से आए अनेक जैन अनुयायियों ने विधानाचार्य राहुल जैन के निर्देशन में विधिपूर्वक अनुष्ठान किया। इस अवसर पर जैन धर्म के मूल सिद्धांतों व वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
🛕 दिगंबर जैन मंदिर में विशेष अनुष्ठान श्रावस्ती के दिगंबर जैन मंदिर में सोमवार को विधानाचार्य राहुल जैन के नेतृत्व में विशेष पूजा संपन्न हुई।
🙏 बीकानेर व इंदौर से आए श्रद्धालु इस अनुष्ठान में बीकानेर और इंदौर से बड़ी संख्या में जैन अनुयायी शामिल हुए और पूजा में भाग लिया।
📜 अहिंसा परमो धर्म विधानाचार्य ने बताया कि जैन धर्म का मूल सिद्धांत अहिंसा है, जो इसे विश्व का सर्वोत्तम धर्म बनाता है।
💧 पानी में भी जीवन उन्होंने समझाया कि पानी की एक बूंद में भी करोड़ों जीव होते हैं, जिसे आज विज्ञान भी मान्यता देता है।
🧘♂️ साधुओं का सख्त पालन जैन साधु सूक्ष्म जीवों की हिंसा से बचने के लिए जीवनभर स्नान नहीं करते हैं।
📚 वैज्ञानिक दृष्टिकोण जैन दर्शन को पूर्णतया वैज्ञानिक माना जाता है, जिसमें हर जीव का महत्व बताया गया है।
🕊️ अभयदान की परंपरा जैन धर्म में जीवों को अभयदान देना साधुओं के आचरण का हिस्सा है।
🌿 वनस्पति में जीवन विधानाचार्य ने बताया कि जैन धर्म वनस्पति को भी जीव मानता है और उसकी रक्षा का संदेश देता है।
👥 महिलाओं की सहभागिता पूजा में सुनीता जैन, चंचल जैन, शीला जैन सहित अनेक महिलाएं शामिल रहीं।
🤝 सामूहिक श्रद्धा का माहौल इस विशेष पूजा ने समुदाय में एकता और धार्मिक जागरूकता को और मजबूत किया।
इस विशेष पूजा कार्यक्रम ने श्रद्धालुओं को जैन धर्म के वैज्ञानिक और आध्यात्मिक पहलुओं से गहराई से जोड़ा। अनुयायियों ने इसे शांति और अहिंसा का अमूल्य संदेश बताया।

Leave a Reply