
चित्तौड़गढ़ – जैन कनेक्ट संवाददाता | चित्तौड़गढ़ के ऐतिहासिक दुर्ग स्थित कीर्तिस्तंभ प्रांगण में रविवार को दिगंबर जैन महिला मंडल द्वारा आयोजित सावन उत्सव में महिलाओं ने पारंपरिक लहरिया परिधान में सजधजकर भाग लिया। उत्सव में सावन की खुशबू, भक्ति और नारी ऊर्जा का अद्भुत संगम देखने को मिला। कार्यक्रम में प्रतियोगिताएं, गीत, नृत्य और भक्ति आरती का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल रहीं।
🌿पारंपरिक लहरिया परिधान में महिलाओं की शिरकतसभी महिलाएं रंग-बिरंगे लहरिया परिधान पहनकर कार्यक्रम में पहुंचीं, जिससे सावन की छटा और भी मनोहारी हो उठी।
🎊प्रतियोगिताओं और खेलों का आयोजनसावन उत्सव में महिलाओं ने विभिन्न रोचक प्रतियोगिताओं और पारंपरिक खेलों में उत्साहपूर्वक भाग लिया।
🌸सावन का संदेश: खुशहाली और उमंगमहिला महासमिति अध्यक्ष मंजू सेठी ने सावन को समृद्धि, स्नेह और उत्सव का प्रतीक बताया।
💃गीत-संगीत और नृत्य का आनंदमहिलाओं ने सावन के पारंपरिक गीतों पर नृत्य कर वातावरण को आनंदमय बना दिया।
🙏धार्मिक भावना के साथ आरती कार्यक्रम के अंत में भगवान मल्लिनाथ जिनालय में सामूहिक आरती कर श्रद्धा और भक्ति का भाव प्रकट किया गया।
🏆 वरिष्ठ महिलाओं का सम्मान संरक्षिका मनोरमा अजमेरा और नम्रता गदिया सहित समाज सेवा में अग्रणी वरिष्ठ महिलाओं को सम्मानित किया गया।
🍛 स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद कार्यक्रम में उपस्थित सभी महिलाओं ने पारंपरिक व्यंजनों का आनंद लेकर उत्सव की मिठास को दोगुना किया।
👥 महिला शक्ति की अनुपम भागीदारी नीलम चौधरी, प्रियंका गदिया, प्रभा गंगवाल, आशा अजमेरा, मान कंवर गोधा सहित कई महिलाएं कार्यक्रम में उपस्थित रहीं।
🎤 संचालन का दायित्व संभाला पूरे कार्यक्रम का संचालन कुशलता से मंजू सेठी ने किया और आयोजन को दिशा दी।
🧘 भक्ति और मनोरंजन का संगम इस आयोजन में जहां एक ओर सांस्कृतिक गतिविधियां रहीं, वहीं दूसरी ओर भक्ति भाव ने सबका मन मोहा।
सावन उत्सव का यह आयोजन जैन महिला मंडल की सांस्कृतिक चेतना और धार्मिक आस्था का जीवंत प्रतीक बना। रंग, रस, रचना और राग का ऐसा संगम समाज की एकजुटता, नारी सशक्तिकरण और परंपराओं के संरक्षण की सुंदर मिसाल बन गया।
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