मंगल कलश स्थापना समारोह में अध्यात्म व संस्कृति का संगम

निवाई-जैन कनेक्ट संवाददाता | निवाई में सकल दिगंबर जैन समाज भारत के तत्वावधान में आयोजित चातुर्मास मंगल कलश स्थापना समारोह का भव्य आयोजन आध्यात्मिक ऊर्जा और सांस्कृतिक रंगों से सराबोर रहा। भारत गौरव गणिनी आर्यिका विज्ञाश्री माताजी, आर्यिका ज्ञानश्री माताजी एवं आर्यिका ज्ञायकश्री माताजी के सान्निध्य में यह अनुष्ठान संपन्न हुआ। समारोह के दौरान धार्मिक क्रियाकलापों से लेकर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों तक, श्रद्धा और भक्ति का अनुपम संगम देखने को मिला।

🔸ध्वजारोहण से हुई कार्यक्रम की शुरुआत कमल जैन द्वारा मंदिर प्रांगण में चातुर्मास का ध्वजारोहण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

🌺मुख्य मंगल कलश स्थापना का सौभाग्य श्रेष्ठी शांतिलाल जैन को मुख्य मंगल कलश स्थापना का सौभाग्य प्राप्त हुआ।

🪷महिलाओं ने मंगलाचरण से किया उद्घाटन कार्यक्रम का प्रारंभ महिलाओं द्वारा मंगलाचरण से किया गया, जिससे वातावरण भक्तिमय हो गया।

🪔दीप प्रज्ज्वलन और चित्र अनावरण मुख्य अतिथियों सरोज बंसल व नरेश बंसल द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं चित्र अनावरण किया गया।

🎭सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मोहा मन महिलाओं द्वारा प्रस्तुत किए गए पारंपरिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

📖धार्मिक पुस्तकों का विमोचन ‘जिन सहस्त्र नाम विधान’ और ‘विज्ञा वर्धिनी प्रतियोगिता’ पुस्तकों का विमोचन श्रद्धालुओं एवं अतिथियों ने किया।

🧽पाद प्रक्षालन की परंपरा का निर्वहन सुरेंद्र पाटनी द्वारा आर्यिका माताजी का पाद प्रक्षालन किया गया।

👘वस्त्र भेंट कर किया सम्मान विष्णु कुमार राहुल बोहरा ने आर्यिकाओं को वस्त्र भेंट कर श्रद्धा व्यक्त की।

🛕गुरु पूजन और देशना ने भरा ऊर्जा गुरु पूजन के साथ आर्यिकाओं द्वारा दिए गए प्रवचनों ने श्रद्धालुओं को आत्मिक शांति प्रदान की।

🌼माल्यार्पण व मंत्रोच्चार से हुआ समापन माल्यार्पण कर अतिथियों का स्वागत किया गया एवं मंत्रोच्चार के साथ कलश स्थापना विधिवत संपन्न हुई।

समापन में आयोजकों ने बताया कि चातुर्मास कालखंड के दौरान अनेक धार्मिक, नैतिक व समाजोपयोगी आयोजनों की योजना बनाई गई है, जिसमें समाज की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। समारोह ने निवाई क्षेत्र में आध्यात्मिक चेतना को एक नई दिशा दी है।

Source : Dainik Bhaskar

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