अक्षय तृतीया पर जैन मिलन चंडीगढ़ का सेवा संकल्प

चंडीगढ़–जैन कनेक्ट संवाददाता | अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर चंडीगढ़ की संस्था जैन मिलन द्वारा श्री दिगम्बर जैन मंदिर, सेक्टर 27 में लगातार 32वें वर्ष भी विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। इस पुण्य अवसर पर 3000 से अधिक श्रद्धालुओं और राहगीरों ने प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम ने भगवान आदिनाथ के प्रथम आहार की स्मृति को जीवंत किया और जैन समाज की सेवा भावना को उजागर किया।

🍛 32 वर्षों से निरंतर भंडारा जैन मिलन संस्था द्वारा अक्षय तृतीया पर 32 वर्षों से लगातार विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है।

🏛️ दिगम्बर जैन मंदिर में आयोजन सेक्टर 27 स्थित श्री दिगम्बर जैन मंदिर में श्रद्धा और सेवा से परिपूर्ण वातावरण में भंडारे का आयोजन हुआ।

👥 3000 से अधिक लोगों ने लिया प्रसाद भंडारे में 3000 से अधिक श्रद्धालुओं, राहगीरों और नागरिकों ने शीतल प्रसाद ग्रहण किया।

🍹 इक्षु रस का विशेष महत्व यह आयोजन भगवान आदिनाथ के प्रथम आहार, गन्ने के रस की स्मृति में किया गया, जो जैन धर्म में अत्यंत पुण्यकारी माना जाता है।

🧘 भगवान आदिनाथ की तपस्या का स्मरण कार्यक्रम में बताया गया कि भगवान आदिनाथ ने 400 दिन के उपवास के बाद इक्षु रस ग्रहण कर आहार ग्रहण किया था।

🗣️ धर्म बहादुर जैन का प्रेरणादायक संबोधन श्री दिगम्बर जैन सोसाइटी के अध्यक्ष धर्म बहादुर जैन ने जैन सिद्धांतों के पालन और सेवा भावना को अपनाने का आह्वान किया।

🤝 राष्ट्रीय जैन मिलन के पदाधिकारियों की उपस्थिति कार्यक्रम में संत कुमार जैन, आशीष जैन, शरद जैन सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे।

🕌 श्वेतांबर समाज से भी सहभागिता श्री श्वेतांबर जैन मंदिर के अध्यक्ष सुशील जैन, संजय जैन और अजय जैन ने भी आयोजन में भाग लिया।

🏙️ ट्राई सिटी की सहभागिता चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली के जैन समाजों के लोगों ने बड़ी संख्या में सहभागिता कर आयोजन को सफल बनाया।

🕊️ सेवा और समर्पण का संदेश यह आयोजन समाज में दान, सेवा और सह-अस्तित्व की भावना को और अधिक प्रबल करने का संदेश लेकर आया।

इस वार्षिक आयोजन ने अक्षय तृतीया के आध्यात्मिक महत्व को समाज में प्रसारित किया और जनमानस को भगवान आदिनाथ की तपस्या, आहार परंपरा व सेवा सिद्धांतों से अवगत कराया। इस आयोजन ने न केवल प्यास बुझाई, बल्कि आत्मा को भी तृप्त किया।

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