
मुंबई-जैन कनेक्ट संवाददाता | मुंबई के विले पार्ले इलाके में स्थित एक जैन मंदिर को बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) द्वारा “अवैध निर्माण” बताकर ढहाने के बाद शनिवार को विवाद गहरा गया। इस कार्रवाई के खिलाफ जैन समुदाय के हजारों लोगों ने विरोध मार्च निकाला, जिसके बाद के-ईस्ट वार्ड के सहायक आयुक्त नवनाथ घाडगे का तत्काल प्रभाव से तबादला कर दिया गया।
🔸 मंदिर ध्वस्तीकरण पर आक्रोश ➡ 16 अप्रैल को बीएमसी ने नेमिनाथ हाउसिंग सोसाइटी परिसर स्थित मंदिर को ढहाया
🚫 बिना सूचना के तोड़फोड़ का आरोप ➡ ट्रस्टियों को जवाब देने का मौका नहीं मिला – प्रदर्शनकारियों का दावा
👥 हजारों लोगों की भागीदारी ➡ 20,000 से अधिक लोगों ने किया शांतिपूर्ण विरोध मार्च
🗣️ नेताओं की भी मौजूदगी ➡ मंत्री मंगल प्रसाद लोढ़ा, विधायक पराग अलवानी, धार्मिक नेता और अन्य शामिल
📜 ज्ञापन सौंपा गया ➡ बीएमसी अधिकारियों से दो घंटे चली बातचीत, मांगों का ज्ञापन सौंपा
🔁 तबादले की कार्रवाई ➡ नगर आयुक्त भूषण गगरानी ने नवनाथ घाडगे को हटाया
💬 राजनीतिक प्रतिक्रियाएं ➡ कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने उठाए सवाल, कहा – 90 साल पुराने मंदिर पर कार्रवाई से समुदाय आहत
मंदिर ध्वस्तीकरण की यह घटना न केवल धार्मिक भावना को आहत करने वाली साबित हुई, बल्कि जैन समुदाय के भीतर गहरी नाराजगी भी पैदा कर गई। पूरे घटनाक्रम ने नगर प्रशासन की संवेदनशीलता पर भी सवाल खड़े किए हैं।
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