
इंदौर – जैन कनेक्ट संवाददाता | गूगल जैसी वैश्विक टेक कंपनी में नौकरी पाना हर युवा इंजीनियर का सपना होता है, लेकिन यह सपना जब बिना किसी प्रतिष्ठित संस्थान जैसे IIT, IIM या VIT से पढ़े पूरा हो, तो वह प्रेरणा बन जाता है। ऐसी ही एक प्रेरणादायक कहानी है अवनी जैन की, जो मूल रूप से इंदौर की रहने वाली हैं और झारखंड के कॉलेज से पढ़ाई कर सीधे गूगल में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर चयनित हुई हैं। अवनी की सफलता यह साबित करती है कि मेहनत, कौशल और समर्पण से हर मंजिल हासिल की जा सकती है।
👩🎓 इंदौर की होनहार छात्रा अवनी जैन मध्य प्रदेश के इंदौर शहर से ताल्लुक रखती हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा एक प्रतिष्ठित निजी स्कूल से पूरी की और बचपन से ही टेक्नोलॉजी में रुचि रखती थीं।
📚 2021 में 12वीं उत्तीर्ण अवनी ने वर्ष 2021 में 12वीं कक्षा अच्छे अंकों से पास की और उसके बाद इंजीनियरिंग क्षेत्र में करियर बनाने का निर्णय लिया।
🏫 IIT ISM धनबाद से बीटेक 12वीं के बाद अवनी को झारखंड के इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT ISM Dhanbad) में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश मिला, जहाँ से उन्होंने इस वर्ष बीटेक पूरा किया।
💻 गूगल में इंटर्नशिप का मौका तीसरे वर्ष में अवनी को गूगल में इंटर्नशिप करने का सुनहरा अवसर मिला। उनके तकनीकी ज्ञान, प्रोजेक्ट्स और कोडिंग स्किल्स ने यह उपलब्धि दिलाई।
🧠 प्रोजेक्ट्स से मिला आत्मविश्वास गूगल में इंटर्नशिप के दौरान उन्होंने बड़े तकनीकी प्रोजेक्ट्स पर काम किया, जिससे उनका आत्मविश्वास और प्रोफेशनल समझ काफी मजबूत हुई।
📨 सीधे मिला गूगल से ऑफर लेटर बीटेक पूरी करते ही अवनी को गूगल से सॉफ्टवेयर इंजीनियर पद के लिए सीधा नौकरी का प्रस्ताव मिला, जो लाखों के पैकेज के साथ था।
👩🏫 CodeISM में मेंटर की भूमिका इंटर्नशिप के बाद अवनी ने CodeISM नामक तकनीकी समुदाय में मेंटर के रूप में कार्य किया, जहाँ उन्होंने जूनियर छात्रों को कोडिंग और इंटरव्यू तैयारी में मार्गदर्शन दिया।
🧩 टेक्निकल स्किल्स ने दिलाई बढ़त कोडिंग, डेटा स्ट्रक्चर, एल्गोरिद्म और सिस्टम डिजाइन जैसे विषयों पर मजबूत पकड़ ने उन्हें इंटरव्यू राउंड्स में अन्य उम्मीदवारों से अलग साबित किया।
🗣️ साक्षात्कार में शानदार प्रदर्शन सभी इंटरव्यू राउंड्स में अवनी ने शानदार प्रदर्शन किया, जिससे गूगल ने उन्हें अपने ग्लोबल टेक्निकल टीम में शामिल कर लिया।
🏆 प्रेरणा बनीं ‘गूगल गर्ल’ अवनी की यह उपलब्धि बताती है कि यदि लक्ष्य स्पष्ट हो और मेहनत निरंतर जारी रहे, तो किसी भी ब्रांडेड कॉलेज की आवश्यकता नहीं होती — आत्मविश्वास और कौशल ही सफलता की कुंजी है।
अवनी जैन की कहानी हर उस छात्र के लिए एक प्रेरणा है जो बड़े सपने देखता है लेकिन संसाधनों की कमी के कारण हिचकिचाता है। उन्होंने यह साबित किया है कि मेहनत और लगन से किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है।
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