भोपाल- जैन कनेक्ट संवाददाता | मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव और 1989 बैच के आईएएस अधिकारी अनुराग जैन को केंद्र सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है। उन्हें सीधे एक वर्ष का कार्यकाल विस्तार दिया गया है। यह प्रदेश के इतिहास में पहली बार है जब किसी मुख्य सचिव को छह-छह महीने के बजाय सीधे एक साल की सेवावृद्धि प्रदान की गई है। अब अनुराग जैन अगस्त 2026 तक अपने पद पर बने रहेंगे। इस फैसले के बाद उन्हें राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था में नई ऊंचाइयों का वाहक माना जा रहा है।
✨ आइए जानते हैं अनुराग जैन के कार्यकाल विस्तार और उपलब्धियों से जुड़े प्रमुख बिंदु—
📜 सीधा एक साल का विस्तार अनुराग जैन मध्यप्रदेश के पहले मुख्य सचिव बने जिन्हें बिना चरणबद्ध प्रक्रिया के सीधे एक वर्ष का कार्यकाल विस्तार मिला।
🏛 परंपरा में बदलाव अब तक प्रदेश में मुख्य सचिवों को केवल छह-छह माह का विस्तार मिलता था, जिसे अब तोड़ा गया।
📝 पीएमओ की पहल प्रधानमंत्री कार्यालय की विशेष पहल के बाद ही यह प्रस्ताव केंद्र तक पहुंचा और कुछ घंटों में स्वीकृत हो गया।
🎉 मुख्यमंत्री की बधाई मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर जैन को बधाई दी और उनके कार्यकाल को “ऐतिहासिक” बताया।
🌟 प्रशासनिक दक्षता जैन की प्रशासनिक योग्यता, नवाचार और निर्णय क्षमता को इस विस्तार का मुख्य कारण माना जा रहा है।
🎓 शैक्षणिक पृष्ठभूमि ग्वालियर में जन्मे अनुराग जैन ने इंजीनियरिंग के बाद अमेरिका से लोक प्रशासन में एमए की पढ़ाई की।
🏢 कलेक्टर से मुख्य सचिव तक 1990 में सागर के सहायक कलेक्टर से शुरुआत कर वे मंदला, मंदसौर और भोपाल में कलेक्टर रह चुके हैं।
🌐 केंद्र में अहम भूमिकाएं उन्होंने वित्त, प्रधानमंत्री कार्यालय, शहरी विकास, वाणिज्य एवं उद्योग और सड़क परिवहन मंत्रालयों में भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई।
💻 ई-ऑफिस लागू मुख्य सचिव के तौर पर उनके 11 माह के कार्यकाल में लंबे समय से लंबित ई-ऑफिस प्रणाली पूरी तरह लागू हुई।
🚀 निवेश और पारदर्शिता भ्रष्टाचार पर नियंत्रण, निवेश बढ़ावा और प्रशासनिक सुधारों के लिए जैन की भूमिका सराही गई।
अनुराग जैन का यह कार्यकाल विस्तार न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धियों की पहचान है, बल्कि मध्यप्रदेश की प्रशासनिक परंपरा में एक ऐतिहासिक बदलाव भी है। उनसे आने वाले समय में प्रदेश को सुशासन और विकास के नए आयाम देने की अपेक्षा की जा रही है।
Source : One India

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