साध्वी बनी लब्धि जैन : रोहतक की बेटी ने त्याग और तपस्या की राह पकड़ी

रोहतक-जैन कनेक्ट संवाददाता | हरियाणा के रोहतक शहर की लब्धि जैन ने सांसारिक मोह-माया का त्याग करते हुए गुरुवार को विधिवत रूप से जैन साध्वी के रूप में दीक्षा ली। अब वह “लब्धि जी महाराज” के नाम से जानी जाएंगी। 6 घंटे तक चले इस आध्यात्मिक कार्यक्रम में धार्मिक परंपराओं के अनुसार सभी दीक्षा रस्में निभाई गईं। कार्यक्रम के पश्चात लब्धि जी महाराज को जैन स्थानक भेजा गया, जहां से वे डोब गांव स्थित जैन मंदिर के लिए रवाना हुईं।

दीक्षा समारोह में शामिल हुईं हर एक रस्म ने आस्था, समर्पण और त्याग की मिसाल पेश की। आइए नजर डालते हैं इस विशेष कार्यक्रम की प्रमुख झलकियों पर:

🌸 केसर रस्म से शुरू हुई आध्यात्मिक यात्रा लब्धि जैन की दीक्षा यात्रा 28 मई को पारंपरिक केसर रस्म के साथ प्रारंभ हुई, जिसने उनके नवजीवन की शुरुआत का संकेत दिया।

🌼 हल्दी-मेहंदी और बान की रस्मों ने दी सांस्कृतिक आभा बीते दिनों में बान, हल्दी और मेहंदी की रस्में धूमधाम से आयोजित की गईं, जिनमें परिजनों और समाजजनों ने भाग लिया।

🕉️ तिलक और राखी की रस्म के साथ हुई भावनात्मक शुरुआत गुरुवार सुबह तिलक समारोह के दौरान लब्धि ने अपने भाइयों को राखी बांधकर भावनात्मक विदाई ली।

🎉 ध्वनि-वाद्य और श्रद्धा से सजी रथ यात्रा जैन स्थानक से भव्य रथ यात्रा निकाली गई, जिसमें मां सेंजल और अन्य परिजनों के साथ लब्धि ने भाग लिया।

👣 भाइयों ने गोद में लेकर पहुंचाया दीक्षा मंच तक रथ स्थल पर पहुंचने पर लब्धि के भाइयों ने उन्हें गोद में उठाकर मंच तक पहुँचाया, जहां भजनों की स्वर लहरियों ने वातावरण को भक्तिमय बना दिया।

💎 त्याग का प्रतीक: आभूषण त्याग और केश मुंडन मंच पर लब्धि ने अपने आभूषण उतारे और मशीन से अपने बाल मुंडवाए। कुछ बाल सिर पर प्रतीकात्मक रूप से छोड़ दिए गए।

🧡 केसरिया बाना और दीक्षा मंत्र की पावन घड़ी करीब 11:30 बजे लब्धि ने केसरिया वस्त्र धारण किए और दोपहर 12 बजे उन्हें अभिषेक मुनि व आशीष मुनि द्वारा दीक्षा मंत्र दिया गया।

📜 नवजीवन की शुरुआत: नया नाम और साध्वी पद दीक्षा के पश्चात लब्धि का नाम “लब्धि जी महाराज” घोषित किया गया और उन्हें भोजन पात्र व धार्मिक ग्रंथ प्रदान किया गया।

🙏 माता-पिता और श्रद्धालुओं ने लिया आशीर्वाद दीक्षा के बाद माता-पिता, भाइयों तथा धर्मगुरुओं ने लब्धि जी महाराज का आशीर्वाद लेकर भावुक विदाई दी।

🚶‍♀️ जैन साध्वियों के संग स्थानक की ओर प्रस्थान समारोह के अंत में लब्धि जी महाराज जैन साध्वियों के साथ जैन स्थानक की ओर रवाना हो गईं, जहां 12 जून को उन्हें बड़ा पाठ दिया जाएगा।

लब्धि जी महाराज की दीक्षा यात्रा न केवल एक आध्यात्मिक परिवर्तन है, बल्कि यह युवाओं को आत्मानुशासन, त्याग और धर्म के प्रति प्रेरणा देने वाला प्रेरक उदाहरण भी है।

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