
इंदौर – जैन कनेक्ट संवाददाता | देश की सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस्ड 2025 के नतीजों में इंदौर के होनहार चिरायु जैन ने कमाल कर दिखाया है। उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 28 और सिटी रैंक-1 हासिल कर न केवल मध्यप्रदेश बल्कि पूरे देश में Jain समाज का नाम रोशन किया है। इस वर्ष जेईई एडवांस्ड में कुल 1.8 लाख से अधिक छात्रों ने भाग लिया था, जिनमें से करीब 54,378 विद्यार्थियों ने विभिन्न श्रेणियों में क्वालीफाई किया।
चिरायु की सफलता सिर्फ अंक नहीं, बल्कि आत्मविश्वास, मेहनत और संकल्प की एक प्रेरणादायी कहानी है। बचपन से लक्ष्य तय कर चलने वाले चिरायु ने तमाम उतार-चढ़ाव के बावजूद हार नहीं मानी और अपने सपने को साकार किया।
🎓ऑल इंडिया रैंक 28 और सिटी रैंक-1 इंदौर के चिरायु जैन ने जेईई एडवांस्ड में टॉप कर दिखाया अपना जलवा।
📊 रेकोर्ड क्वालिफिकेशन प्रतिशत 1.80 लाख में से 54,378 विद्यार्थियों ने क्वालीफाई किया, जो 30% का रेकॉर्ड आंकड़ा है।
📉 कटऑफ में बड़ी गिरावट कॉमन रैंक लिस्ट की क्वालीफाइंग कटऑफ 74 अंक रही – 3 साल में सबसे कम।
👨⚕️👩⚕️ डॉक्टर माता-पिता का सहयोग माता-पिता दोनों डॉक्टर होने के बावजूद कभी दबाव नहीं डाला।
📘 5वीं से तय किया लक्ष्य चिरायु ने 5वीं में ही ठान लिया था – “मुझे IIT जाना है।”
🥇 छठी से ओलंपियाड की तैयारी 8वीं में NSEIS क्लियर किया, 11वीं से जेईई की ओर बढ़े कदम।
📉 12वीं में गिरा आत्मविश्वास मार्क्स कम आए लेकिन मां से बात कर फिर से मजबूत इरादा बनाया।
🎯 लक्ष्य पर केंद्रित पढ़ाई उन्होंने कहा – “मैं टॉपर बनने नहीं, IIT पहुंचने के लिए पढ़ा।”
💪 टीचर्स और आत्ममंथन से मिली ऊर्जा कमजोर विषयों पर किया काम, कॉन्फिडेंस दोबारा पाया।
💻 अब लक्ष्य: कंप्यूटर साइंस @IIT मुंबई अब चिरायु IIT बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस में दाखिला लेना चाहते हैं।
चिरायु जैन की यह सफलता न केवल शैक्षणिक उपलब्धि है, बल्कि उन सभी छात्रों के लिए एक प्रेरणा है जो संघर्ष के बीच अपने सपनों को जीवित रखते हैं। उन्होंने साबित किया कि लक्ष्य स्पष्ट हो और मेहनत सच्ची हो, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं होती।
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