
विकाराबाद – जैन कनेक्ट संवाददाता | तेलंगाना के विकाराबाद जिले के अनंतगिरी पर्वत क्षेत्र में स्थित नौवीं सदी की 15 प्राचीन जैन गुफाओं में से नौ गुफाएं नष्ट हो चुकी हैं, जबकि शेष छह जीर्ण-शीर्ण स्थिति में हैं। ये गुफाएं कभी जैन मुनियों के वर्षायोग और संलेखना व्रत जैसे तप साधनों के लिए उपयोग में लाई जाती थीं। पुरातत्वविद् और प्लीच इंडिया फाउंडेशन के सीईओ ई. शिवनागिरेड्डी ने हाल ही में इन गुफाओं का निरीक्षण किया और इनके संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया।
🔍 प्रमुख तथ्य और घटनाएं:
🏞️ अनंतगिरी की ऐतिहासिक गुफाएं विकराबाद के अनंतगिरी हिल स्टेशन में स्थित ये 15 गुफाएं नौवीं शताब्दी की हैं, जो जैन संतों की तपस्थली रही हैं।
🪨 वर्षायोग और संलेखना व्रत की साधना स्थली इन गुफाओं का निर्माण जैन मुनियों के वर्षायोग और अंतिम संलेखना व्रत के लिए किया गया था।
📏 गुफाओं की संरचना गुफाएं वर्ग और आयताकार हैं, जिनकी लंबाई 2.0 से 6.0 मीटर, चौड़ाई 2.0 से 3.0 मीटर और गहराई 2.5 मीटर तक है। सभी गुफाओं का मुख पूर्व दिशा में है।
🚧 पथ विस्तार में हुआ विनाश 15 में से 9 गुफाएं उस समय क्षतिग्रस्त हो गईं जब मुसी नदी के उद्गम स्थल तक जाने वाला मार्ग चौड़ा किया गया।
🪔 जैन प्रतीकों के अवशेष गुफाओं में चट्टानों पर बनी शैय्याएं, दीवारों में दीप रखने की निच्स, और अर्धपद्मासन में विराजमान खंडित जैन मूर्ति इनकी धार्मिक महत्ता को दर्शाती है।
🧼 दीवारों पर लगाया गया सफेदी गुफाओं की प्राचीनता को नष्ट करते हुए कुछ दीवारों पर सफेदी कर दी गई है, जिसे हटाने की मांग उठाई गई।
🚶 आगंतुकों के लिए सुविधा की मांग शिवनागिरेड्डी ने पथ निर्माण, बाड़बंदी और ऐतिहासिक जानकारी के संकेतकों की व्यवस्था करने की मांग की है।
🏛️ मंदिर प्रबंधन से आग्रह उन्होंने अनंता पद्मनाभ स्वामी मंदिर समिति और विकाराबाद नगर निगम से संरक्षण में सक्रिय भूमिका निभाने को कहा।
🗣️ समिति अध्यक्ष का आश्वासन मंदिर समिति के अध्यक्ष पद्मनाभम ने आवश्यक सहयोग देने का आश्वासन दिया है।
📣 भविष्य की पीढ़ियों के लिए अपील इन गुफाओं को भावी पीढ़ियों के लिए बचाए रखने की अपील विशेषज्ञों और स्थानीय लोगों ने मिलकर की।
इन ऐतिहासिक गुफाओं की बदहाली न केवल जैन इतिहास का नुकसान है, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण में हमारी जिम्मेदारी की याद भी दिलाती है। समय रहते संरक्षणात्मक कदम उठाए गए तो यह स्थल फिर से अध्यात्म और पर्यटन का केंद्र बन सकता है।
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