
लखनऊ–जैन कनेक्ट संवाददाता | लखनऊ के चूड़ी वाली गली, चौक स्थित प्राचीन श्री 1008 नेमिनाथ जिनालय में सोमवार को जैन धर्म के 16वें तीर्थंकर श्री शांतिनाथ भगवान का जन्म, तप और मोक्ष कल्याणक महोत्सव अत्यंत श्रद्धा और भक्ति भाव से मनाया गया। जेष्ठ मास की कृष्ण चतुर्दशी को आयोजित इस दिव्य पर्व में जैन समाज के श्रद्धालुओं ने विविध धार्मिक अनुष्ठानों में सहभागिता निभाई।
🔸 🌅 प्रातः काल से उमड़ा श्रद्धा का सैलाब सुबह 7 बजे से ही श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर में उमड़ पड़ी। हर व्यक्ति प्रभु दर्शन के लिए उत्साहित नजर आया।
🔸 💧 स्वर्ण कलश से प्रथम अभिषेक इन्द्रावती जैन परिवार को मूलनायक श्री शांतिनाथ भगवान का स्वर्ण कलश से प्रथम अभिषेक करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
🔸 🕊️ पांडुशिला पर शांतिधारा प्रथम शांतिधारा का सौभाग्य मनीष कुमार और अमित कुमार जैन परिवार को मिला, जबकि द्वितीय शांतिधारा सुधीर जैन परिवार द्वारा की गई।
🔸 🙏 वासुपूज्य भगवान पर भी अभिषेक श्री वासुपूज्य भगवान पर शांतिधारा धर्मेन्द्र जैन, अतिवीर जैन और सचिन जैन परिवार ने की। द्वितीय शांतिधारा अमन जैन केशव नगर द्वारा सम्पन्न हुई।
🔸 🍬 निर्वाण लड्डू अर्पित मोक्ष कल्याणक की स्मृति में निर्वाण लड्डू चढ़ाने का पुण्य कार्य मधु जैन और विमल किशोर जैन परिवार ने किया।
🔸 🪔 संस्कार जी शास्त्री का सान्निध्य मध्य प्रदेश से पधारे संस्कार जी शास्त्री के निर्देशन में 108 रिद्धि मंत्रों के साथ रजत कलशों से अभिषेक हुआ।
🔸 🕯️ शांति जाप और धूप अर्पण शांति जाप के साथ श्रद्धालुओं ने प्रभु चरणों में धूप समर्पित कर आध्यात्मिक वातावरण को और गहरा किया।
🔸 📜 निर्वाण कांड व मोक्ष अर्घ निर्वाण कांड का पाठ कर मोक्ष अर्घ समर्पित किए गए, जिससे वातावरण पूर्णतः भक्तिरस में रंग गया।
🔸 🍎 फल वितरण व पालना झुलाना भगवान के पालने को झुलाया गया और फल वितरण कर सभी श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
🔸 🕯️ सायंकाल आरती व शिक्षण शिविर शाम को सामूहिक आरती की गई और शिक्षण शिविर की कक्षाएं भी आयोजित की गईं, जिसमें बच्चों और युवाओं ने उत्साह से भाग लिया।
इस आयोजन में अशोक जैन, अभिनंदन जैन, अरविंद जैन सहित जैन समाज के अनेक प्रतिष्ठित सदस्यों ने सहभागिता निभाई। महोत्सव की प्रत्येक विधि ने श्रद्धा, परंपरा और अध्यात्म का सजीव रूप प्रस्तुत किया।
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