धमतरी – जैन कनेक्ट संवाददाता | छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में जैन समाज ने आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण वातावरण में जैन साधु-साध्वियों का स्वागत किया। करीब 5 वर्षों के बाद जिले में फिर से जैन गुरुजनों का आगमन हुआ है। इस बार 18 साधु-साध्वियों ने धमतरी में पदार्पण किया, जिनका स्वागत समाज के लोगों ने बड़े ही श्रद्धा और उल्लास के साथ किया। चैत्र नवरात्र तक यह सभी संतधन्य साधु-साध्वीगण यहीं प्रवास करेंगे और नवपद ओली पर्व के अंतर्गत धार्मिक आराधनाओं का संचालन करेंगे।
📿 18 जैन साधु-साध्वियों का आगमन गुरुजनों का आगमन कैवल्य धाम से हुआ और वे सीधे धमतरी पहुंचे, जहां उनका भावपूर्ण स्वागत किया गया।
🥁 बैंड-बाजे और स्केटिंग से स्वागत बच्चों ने स्केटिंग और बैंड-बाजे के साथ गुरुजनों की अगवानी की, जिससे माहौल भक्ति और उल्लास से भर गया।
👩👧 कलश यात्रा में महिलाओं की भागीदारी महिलाएं सिर पर कलश लेकर एक विशेष ड्रेस कोड में जुलूस में शामिल हुईं, जिसने आयोजन को और भी भव्य बनाया।
🧘♂️ चैत्र नवरात्र तक रहेगा प्रवास गुरुजनों का यह प्रवास पूरे चैत्र नवरात्र तक रहेगा, जिसमें विविध धार्मिक आयोजन होंगे।
📚 नवपद ओली की विशेष आराधना संतों के सान्निध्य में नवपद ओली पर्व की गहन आराधना की जा रही है, जिसमें तप और संयम का भाव प्रमुख है।
🪔 आयंबिल तप की साधना समाज के लोग नौ दिनों तक आयंबिल तप करेंगे, जिसमें घी, तेल, दूध, दही, कढ़ी, मिठाई, हरी सब्ज़ियां और फल का त्याग किया जाता है।
🎭 भगवान महावीर पर आधारित नृत्य प्रस्तुति बच्चों ने शहर के विभिन्न स्थलों पर भगवान महावीर के जीवन पर आधारित नृत्य प्रस्तुत कर धर्म के प्रति आस्था जताई।
🕉️ धर्म तराई नाम से प्रसिद्ध धमतरी संतों के आगमन से पुनः धमतरी को “धर्म तराई” की संज्ञा मिली, जिससे समाज में उत्साह का माहौल है।
🗣️ स्वाध्याय, प्रवचन और शिविरों का आयोजन हर दिन सुबह स्वाध्याय, प्रवचन और विशेष आयु वर्ग आधारित शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
🌸 महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव की तैयारी गुरुजनों की निश्रा में महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव भी आयोजित होगा, जिसमें समाज की बड़ी भागीदारी होगी।
गुरुजनों के सान्निध्य में नवपद ओली पर्व केवल धार्मिक कर्मकांड नहीं, बल्कि आत्मा की शुद्धि और संयम का सशक्त अभ्यास बन चुका है। धमतरी जैन समाज का यह आयोजन समाज के हर वर्ग को धर्म के करीब लाने वाला एक प्रेरक उदाहरण बन गया है।
Leave a Reply