राजगीर नौलखा जैन मंदिर में डाका : हथियारबंद बदमाशों ने की लाखों की लूट

राजगीर–जैन कनेक्ट संवाददाता | राजगीर के ऐतिहासिक नौलखा जैन मंदिर में बीती रात उस समय सनसनी फैल गई जब हथियारबंद चार बदमाशों ने मंदिर परिसर में धावा बोलकर लाखों की संपत्ति लूट ली। घटना ने न केवल श्रद्धालुओं को झकझोर दिया, बल्कि धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। गार्ड पर जानलेवा हमला कर लुटेरों ने मंदिर की दान पेटियों से नकदी, सोना व बहुमूल्य रत्न लूटे और फरार हो गए।

🔫 मंदिर में हथियारबंद हमला करीब रात एक बजे चार बदमाश मंदिर में दाखिल हुए और हथियार के बल पर लूट की वारदात को अंजाम दिया।

🩸 सुरक्षा गार्ड पर क्रूर हमला गार्ड सुदल राम पर चाकू और बंदूक के बट से हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया गया; उसका अंगूठा भी काट दिया गया।

💰 दान पेटियों से नकदी और आभूषण की लूट तीन दानपेटियों को तोड़कर बदमाश लाखों की नकदी, सोना और रत्न लूट कर फरार हो गए; चौथी पेटी को वे नहीं तोड़ सके।

👜 बैग और बोरे में भरकर लूटी गई संपत्ति लुटेरे मंदिर से बैग और बोरा भरकर लूट का सामान ले गए, अनुमानित मूल्य 5–7 लाख रुपये बताया जा रहा है।

🎥
सीसीटीवी फुटेज में दो बदमाश कैद
मंदिर परिसर में लगे कैमरों में दो लुटेरों की तस्वीरें कैद हो गई हैं, पुलिस इन्हीं फुटेज के आधार पर जांच कर रही है।

👮 पुलिस ने 6 घंटे में किया खुलासा डीएसपी सुनील कुमार सिंह के अनुसार, पुलिस ने तेज़ी से कार्रवाई करते हुए 6 घंटे में लूट की गुत्थी सुलझा ली है।

🔍 FSL और डॉग स्क्वॉड ने जुटाए सबूत घटनास्थल पर पहुंचकर फॉरेंसिक और डॉग स्क्वॉड टीम ने साक्ष्य जुटाए; मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च स्तरीय जांच जारी है।

🤕 घायल गार्ड की हालत चिंताजनक सुदल राम को पहले स्थानीय अस्पताल और फिर पटना रेफर किया गया है; उसकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।

🛕 तीर्थ स्थल की गरिमा को ठेस नौलखा मंदिर में भगवान मुनिसुव्रत स्वामी की प्रतिमा है और यह स्थान जैन समाज की आस्था का केंद्र है—यह पहली बार है जब ऐसी घटना हुई।

🛡️ मंदिर सुरक्षा पर उठे सवाल स्थानीय नागरिकों और श्रद्धालुओं ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं और 24×7 हाई सिक्योरिटी की मांग की है।

राजगीर नौलखा जैन मंदिर में हुई यह दुखद घटना धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को लेकर नई बहस छेड़ रही है। हालांकि पुलिस की तत्परता सराहनीय रही, परंतु ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए मंदिरों में तकनीकी निगरानी और स्थायी सुरक्षा बल की व्यवस्था अब अनिवार्य लगती है।

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*