इंदौर–जैन कनेक्ट संवाददाता | मालवा की पवित्र धार्मिक नगरी इंदौर एक बार फिर ऐतिहासिक आयोजन का साक्षी बनने जा रही है। 2 से 9 फरवरी तक आयोजित होने वाले जैन महाकुंभ में आचार्य विद्यासागर जी महाराज की परंपरा के मुनि विनम्र सागर जी ससंघ और आर्यिका 105 दुर्लभमति माताजी का दिव्य सान्निध्य मिलेगा। यह आयोजन न केवल भक्ति और तप का प्रतीक होगा, बल्कि आध्यात्मिक जागरण का केंद्र भी बनेगा। तिलक नगर में होने वाला यह आयोजन कल्पद्रुम महामंडल विधान और समवशरण की अनुपम रचना के साथ इतिहास रचने जा रहा है।
🔔 भव्य जैन महाकुंभ का आयोजन 2 से 9 फरवरी तक इंदौर में आयोजित जैन महाकुंभ में देशभर के श्रद्धालुओं का जुटान होगा।
🧘 मुनि विनम्र सागर जी और दुर्लभमति माताजी का सान्निध्य आचार्य विद्यासागर जी के शिष्य मुनि विनम्र सागर जी ससंघ और आर्यिका दुर्लभमति माताजी का दिव्य मार्गदर्शन प्राप्त होगा।
🌳 कल्पद्रुम महामंडल विधान सर्वशक्तिमान कल्पवृक्ष के नीचे तीर्थंकर पूजा और विधान का आयोजन मुख्य आकर्षण रहेगा।
🏯 108 समवशरणों की अद्वितीय रचना 108 समवशरणों की भव्य रचना पूरे आयोजन को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देगी।
🚩 घटयात्रा से होगा शुभारंभ समारोह की शुरुआत विशाल घटयात्रा से होगी जो पूरे क्षेत्र की परिक्रमा करेगी।
🍛 स्वस्तिक भोजनशाला की व्यवस्था श्रद्धालुओं के लिए दोनों समय नि:शुल्क और व्यवस्थित भोजन की विशेष व्यवस्था रहेगी।
🎭 6 फरवरी को सांस्कृतिक संध्या आचार्य विद्यासागर जी की प्रथम समाधि तिथि पर संगीतमय भजनों और नाट्य प्रस्तुतियों का आयोजन होगा।
🪔 भक्ति से सजी ध्वजा और सजावट पूरे आयोजन स्थल को जैन ध्वज, पताकाओं और धार्मिक रंगों से सजाया जा रहा है।
👥 श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ठहरने और भोजन की उत्तम व्यवस्था की गई है।
🔥 हवन और यज्ञ के साथ समापन कार्यक्रम का समापन पावन हवन और यज्ञ के साथ किया जाएगा जो आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करेगा।
इस भव्य जैन महाकुंभ का उद्देश्य आत्मशुद्धि, संयम और धर्म साधना को जन-जन तक पहुँचाना है। श्रद्धालुजन इस आयोजन के माध्यम से तप, साधना और सेवा के नए आयामों से जुड़ने का अवसर पाएंगे।

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