
नई दिल्ली–जैन कनेक्ट संवाददाता | भारत सरकार के कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) ने अमित कुमार जैन को ग्रिड कंट्रोलर ऑफ इंडिया लिमिटेड (ग्रिड-इंडिया) में निदेशक (वित्त) पद पर नियुक्त करने की मंजूरी दे दी है। वर्तमान में वे पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (PGCIL) में महाप्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं। वे पांच वर्षों के कार्यकाल के लिए या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, इस पद पर कार्यभार ग्रहण करेंगे।
अमित कुमार जैन एक अनुभवी चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं और ऊर्जा क्षेत्र में वित्तीय प्रबंधन का उनका अनुभव ग्रिड-इंडिया की रणनीति और संचालन में नयापन लाने की दिशा में सहायक सिद्ध होगा। उनकी नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब ग्रिड-इंडिया देश के बिजली नेटवर्क को सुरक्षित और निर्बाध संचालित करने की जिम्मेदारी निभा रहा है।
🔹 महत्वपूर्ण नियुक्ति को मिली मंजूरी कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने जैन की नियुक्ति को औपचारिक स्वीकृति दी, जो ग्रिड-इंडिया की वित्तीय संरचना को मजबूत करेगी।
📈 वित्तीय क्षेत्र में दशकों का अनुभव अमित जैन चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं और उन्हें ऊर्जा क्षेत्र में वित्तीय प्रबंधन का गहन अनुभव है।
💼 पावर ग्रिड में निभाई अहम भूमिका PGCIL में महाप्रबंधक के तौर पर उन्होंने कई वित्तीय नीतियों को सफलतापूर्वक क्रियान्वित किया।
🔧 ग्रिड-इंडिया के संचालन में योगदान की उम्मीद उनके नेतृत्व में ग्रिड-इंडिया के संचालन और रणनीति में और निखार आने की संभावना है।
🔄 ऊर्जा संक्रमण में बढ़ेगी भागीदारी बदलते ऊर्जा परिवेश में उनकी विशेषज्ञता ग्रिड-इंडिया को नई दिशा दे सकती है।
🏛️ ऊर्जा मंत्रालय के अधीन आता है ग्रिड-इंडिया यह संगठन ऊर्जा मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्य करता है।
🗺️ देशभर में फैला है संचालन नेटवर्क ग्रिड-इंडिया के पास पांच क्षेत्रीय और एक राष्ट्रीय लोड डिस्पैच केंद्र हैं।
📊 वित्तीय रणनीतियों में नवाचार की संभावना जैन की नियुक्ति से संस्थान की आर्थिक नीतियों में नवाचार की उम्मीद है।
🔒 बिजली आपूर्ति की सुरक्षा में भूमिका ग्रिड-इंडिया बिजली आपूर्ति की सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने में अग्रणी है।
🚀 भविष्य की चुनौतियों से निपटने को तैयार जैन का अनुभव संगठन को भविष्य की ऊर्जा चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार करेगा।
इस नियुक्ति से ग्रिड-इंडिया को वित्तीय सुदृढ़ता के साथ भविष्य की दिशा तय करने में सहायता मिलेगी। अमित कुमार जैन की नेतृत्व क्षमता और विशेषज्ञता संगठन को एक नई ऊंचाई तक ले जाने की संभावना रखती है।
Leave a Reply