
मुंबई – जैन कनेक्ट संवाददाता | हिण्डौन सिटी की जैन श्वेतांबर पल्लीबाल संघ से जुड़ी एक प्रतिभाशाली युवती दीपिका जैन 14 मई को चेन्नई में दीक्षा लेकर सांसारिक जीवन को त्यागने जा रही हैं। उन्होंने पारिवारिक जीवन, शिक्षा और तपस्या से गुजरते हुए वैराग्य को अपनाया और अब संत जीवन की ओर कदम बढ़ा रही हैं। दीपिका जैन ने जैन शास्त्रों का गहन अध्ययन करते हुए विभिन्न तपों और पदयात्राओं के माध्यम से आध्यात्मिक मार्ग पर अपनी निष्ठा को सिद्ध किया है।
🔸 धार्मिक दीक्षा का महत्त्वपूर्ण निर्णय दीपिका जैन 14 मई को चेन्नई में आध्यात्मिक दीक्षा ग्रहण कर सांसारिक बंधनों से मुक्त होंगी।
📚 शिक्षा में उच्च उपलब्धियां दीपिका ने जयपुर में रहकर एम.कॉम और एमबीए की शिक्षा पूरी की, जिससे उनकी आध्यात्मिक सोच और भी गहन हुई।
👨👩👧 पारिवारिक पृष्ठभूमि वे प्रकाशचंद जैन और विमला देवी जैन की सबसे छोटी संतान हैं; नौ भाई-बहनों में सबसे छोटी बहन हैं।
🙏 गुरु का सान्निध्य दीपिका पिछले आठ वर्षों से पूज्य जैन साध्वी के सान्निध्य में रहते हुए आध्यात्मिक मार्ग पर अग्रसर रही हैं।
📖 शास्त्रों का गहन अध्ययन उन्होंने पंच प्रतिक्रमण, चार प्रकरण, तीन भाष्य, तीन कर्म ग्रंथ, संस्कृत प्रथम खण्ड, वितराग श्रोत और नव स्मरण जैसे शास्त्रों का अध्ययन किया है।
🧘 वैराग्य की ओर झुकाव दीपिका का जीवन वैराग्य भावों से प्रेरित है, उन्होंने सांसारिक मोह को त्याग कर आध्यात्मिक जीवन को चुना।
🔥 कठिन तपस्या का अभ्यास उन्होंने 4 नवपद ओली, वर्षजान पंचमी, पोषदशम, वर्धमान तप, अठाई, अडुम् और एक छठु तप जैसे अनेक व्रत पूरे किए हैं।
🚶♀️ पदयात्रा का अनुभव दीपिका ने अपने गुरु के साथ मिलकर करीब 3000 किलोमीटर की पैदल बिहार की है।
🌸 संघ की प्रेरणा जैन श्वेतांबर पल्लीबाल संघ हिण्डौन सिटी द्वारा उन्हें प्रेरणा, मार्गदर्शन और समर्थन प्राप्त होता रहा है।
🕊️ आध्यात्मिक समाज में गौरव दीक्षा से न केवल उनका जीवन बदलने वाला है, बल्कि यह संघ और समाज के लिए भी गौरव की बात है।
दीपिका जैन का दीक्षा पथ आत्मकल्याण की ओर एक महान और प्रेरणादायक कदम है। उनका जीवन अब एक साध्वी के रूप में अनेक लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
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